12वीं फेल ने हादसे में हाथ पैर गंवाकर भी UPSC किया Clear

मैनपुरी के सूरज तिवारी की कहानी किसी को भी आगे बढ़ने का हौसला दे सकती है। अपनी मेहनत के बूते उनकी जिंदगी दोबारा रोशनी से जगमगा उठी।  आइए जानते हैं...

जिंदगी में रोशनी 

 सूरज ने एक ट्रेन हादसे में दोनों पैर और एक हाथ और दूसरे हाथ की दो उंगलियां गवां दी थी। इसके बाद भी सूरज ने UPSC की परीक्षा क्वालिफाई की।

UPSC पास की

साल 2013 में सीबीएसई इंटर की परीक्षा में सूरज फेल हो गए थे। बाद में उन्होंने 2014 में यूपी बोर्ड से 12वीं पास की। 

इंटर में फेल हो गए थे

सूरज ने चार साल तक UPSC की तैयारी की। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ-साथ सूरज ने बगैर किसी कोचिंग के UPSC की पढ़ाई की।

बिना कोचिंग के पढ़ाई

पहले प्रयास में उन्हें सक्सेस तो नहीं मिली लेकिन 2023 में दूसरे अटेम्ट में सूरज ने UPSC में 917वीं रैंक हासिल की।

2023 में सक्सेस मिली

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के रहने वाले सूरज के पिता  राजेश तिवारी पेशे से दर्जी हैं। सूरज तिवारी उनके छोटे बेटे हैं। 

दर्जी हैं पापा