Deeksha Priyadarshi
रिपोर्ट के मुताबिक नशे के लिए इस्तेमाल होने वाला जहर कोबरा करैत प्रजाति के सांपों का है। इससे अब एल्विश की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
नशे के लिए सबसे अधिक कोबरा का ही जहर इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह आसानी से मिल जाता है।
नशे के लिए कई तरीके के सांपों का जहर इस्तेमाल किया जाता है। कुछ सांपों का जहर दिमाग पर असर करता है, वहीं कुछ का असर खून में होता है।
नशे के लिए उस जहर का इस्तेमाल किया जाता है जो दिमाग पर असर करता है। इससे पैरालाइसिस अटैक आने का भी खतरा रहता है।
सांप की दिमाग पर चढ़ने वाले जहर की एक-दो बूंदें कई लीटर अल्कोहल में मिलाई जाती हैं ताकि नशा हो सके।
जहर बनाने के लिए सबसे पहले सांप के जहर को डिफ्रीज कर के उसके जमने की क्षमता कम हो जाए।
इसके बाद वैक्यूम के जरिए उसे सुखाया जाता है। जब जहर पाउडर फॉर्म में आ जाता है, तो उसे किसी ड्रिंक में मिलाकर नशा करते हैं। आम भाषा में इसे स्नेक पाउडर भी कहते हैं।