मध्य प्रदेश में सीएम पद को लेकर शिवराज सिंह के साथ कई नाम भी दौड़ में शामिल थे।
आखिरकार पार्टी ने सभी को चौंकाते हुए डॉ. मोहन यादव को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है।
इसी के साथ चार बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान का राज भी समाप्त हो गया। इस बार क्यों हो गई उनकी विदाई। आइए जानते हैं...
शिवराज के नेतृत्व में भाजपा ने राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की है। 230 में से 163 सीटें बीजेपी को मिली हैं।
इस जीत का बड़ा कारण शिवराज की लाड़ली बहना जैसी योजनाओं को माना गया।
शिवराज सिंह चौहान ने इस बात के साफ-साफ संकेत दिए थे कि उनकी इस बार सीएम बनने में कोई खास रुचि नहीं है।
शिवराज ने कई बार कहा था कि मेरा लक्ष्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जीत दिलाने का है। बता दें कि देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं।
माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव की तैयारियों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे सकती है।