इस देश में समोसा खाने पर मिलती है सजा, जानें इसके पीछे की वजह
Ashutosh Ojha
समोसा पर बैन
भारत में समोसा एक लोकप्रिय स्नैक है, जिसे हर कोई पसंद करता है। लेकिन सोमालिया में समोसा बनाने, खरीदने और खाने पर सख्त प्रतिबंध है। इसे खाने पर सजा का भी प्रावधान है, जो चौंकाने वाला है।
त्रिकोणीय आकार पर आपत्ति
सोमालिया के एक चरमपंथी समूह का मानना है कि समोसे का त्रिकोणीय आकार ईसाई धर्म के प्रतीक के समान है। इस आकार को देखकर उन्हें लगता है कि यह उनके धर्म के विपरीत है, इसलिए समोसे को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
त्रिकोणीय आकार से विवाद
समोसे का त्रिकोणीय आकार, जो आमतौर पर हम सभी के लिए सामान्य है, सोमालिया में आक्रामकता और विरोध का प्रतीक माना जाता है। इसी कारण से इसे बनाने और खाने पर सख्त रोक लगा दी गई है।
भुखमरी और समोसे का संबंध
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमालिया में समोसा प्रतिबंधित करने का एक और कारण यह है कि भूखमरी के समय मरे हुए जानवरों का मांस समोसे में इस्तेमाल किया जाने लगा था। इससे इसे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना गया।
समोसे का असली रूप
समोसे की पारंपरिक रेसिपी में मांस का इस्तेमाल नहीं होता, बल्कि आलू और मैदा से इसे तैयार किया जाता है। यह एक स्वादिष्ट नाश्ता है, जिसे तलकर बनाया जाता है और चटनी के साथ परोसा जाता है।
समोसे की उत्पत्ति
समोसा भारतीय व्यंजनों का एक खास हिस्सा है, लेकिन इसकी उत्पत्ति का जिक्र 16वीं शताब्दी के मुगल काल में भी मिलता है। भारत से यह स्नैक धीरे-धीरे अन्य देशों में भी लोकप्रिय हो गया।
एक अनोखा प्रतिबंध
समोसे पर प्रतिबंध का मामला बेहद अनोखा है। जहां दुनियाभर में यह स्नैक प्यार और स्वाद के साथ खाया जाता है, वहीं सोमालिया में इसे खाने पर बैन और सजा का प्रावधान है, जो बाकी दुनिया से बिल्कुल अलग है।