सिम कार्ड बेचने वाला लड़का आज है करोड़ों की कंपनी का मालिक

Ashutosh Ojha

बुलंद हौसला

अगर हौसला बुलंद हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। यह कर दिखाया है हॉस्पिटैलिटी चेन OYO Rooms के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने।

सक्सेस स्टोरी

कभी दिल्ली की सड़कों पर सिम कार्ड बेचने वाला लड़का इतनी बड़ी कंपनी खड़ी कर देगा, किसी ने सोचा न था। आइए जानते हैं रितेश की सक्सेस स्टोरी...

80 देशों में कारोबार

रितेश का आज विश्व के 80 देशों के 800 शहरों में होटल कारोबार है। वे कम उम्र में करोड़ों की कंपनी के मालिक बन चुके हैं। 

मारवाड़ी परिवार में जन्मे

16 नवंबर 1993 को उड़ीसा के कटक में साधारण मारवाड़ी परिवार में जन्में रितेश के पिता उन्हें पढ़ा-लिखा कर अफसर बनाना चाहते थे।

पढ़ाई नहीं भायी

पिता ने उन्हें पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजा। पढ़ाई में मन नहीं लगा। रितेश को सिर्फ बिजनेस का भूत सवार था।

सिम कार्ड बेचे

जेब में सिर्फ 30 रुपये बचे थे। जब कुछ नहीं सूझा तो दिल्ली की सड़कों पर घूम-घूम कर सिम कार्ड बेचने लगे।

कंपनी बनाई

साल 2009 में रितेश देहरादून-मसूरी गए। यहां की खूबसूरती देखकर उन्होंने ऑनलाइन सोशल कम्युनिटी बनाने का विचार किया और OYO Rooms की स्थापना की।

1.1 अरब डॉलर का नेटवर्थ

आज रितेश अग्रवाल की कंपनी का कुल नेटवर्थ 1.1 अरब डॉलर यानी करीब 7253 करोड़ रुपये है।