देश के संविधान के बारे में 10 रोचक बातें, जो जाननी जरूरी
Khushbu Goyal
भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को औपचारिक रूप से अपनाया गया था, लेकिन 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था, इसलिए मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता?
कांग्रेस ने लाहौर सेशन में 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज के दिन के रूप में नामित किया था। इसी दिन पहली बार तिरंगा फहराया गया था। इसलिए 20 साल बाद जब संविधान लागू किया गया तो 26 जनवरी तारीख को ही चुना गया।
26 तारीख ही क्यों?
भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा संविधान है, जिसने बनने में 2 साल, 11 महीने, 18 दिन लगे। इसके 25 भाग, 470 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां हैं।
सबसे लंबा संविधान
भारतीय संविधान में 251 पेज हैं। यह हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा गया था। अंग्रेजी संस्करण में कुल 117,369 शब्द हैं।
संविधान में कितने पेज?
भारतीय संविधान की दोनों मूल कॉपी हाथ से लिखी गई हैं। दोनों कॉपी प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा (भारतीय कैलिग्राफर) ने इटैलिक स्टाइल राइटिंग में लिखी हैं।
हस्तलिखित कॉपी
भारतीय संविधान के जनक डॉ. भीमराव अंबेडकर हैं। इसकी दोनों हस्तलिखित कॉपियों पर 24 जनवरी 1950 को उस समय के 308 संसद सदस्यों ने हस्ताक्षर किए थे।
अध्यक्ष समेत 308 हस्ताक्षर
भारतीय संविधान की मूल कॉपी संसद भवन की सेंट्रल लाइब्रेरी में हीलियम गैस से भरे शीशे के बॉक्स में संरक्षित करके रखी गई है।