Deeksha Priyadarshi
ऑलिव की कड़वाहट को दूर करने के लिए इसे महीनों तक नमकीन घोल में रखा जाता है।
ग्रीन ऑलिव को लैक्टिक एसिड ब्राइन यानी कॉमन साल्ट के लिक्विड में पैक किया जाता है।
ब्लैक ऑलिव को पहले नमकीन पानी में रख कर उसकी कड़वाहट दूर की जाती है, फिर इसे विनेगर में पैक किया जाता है।
ग्रीन ऑलिव के मुकाबले ब्लैक ऑलिव अधिक पौष्टिक होते हैं। ब्लैक ऑलेव में हल्की मिठास भी होती है।