रामचरित मानस में क्या है राजा भरत का चरित्र जानें यहां-

रामचरित मानस या रामायण की जब भी बात करते हैं, तो राम, सीता, लक्ष्मण, दशरथ, कैकेयी, रावण जैसे मुख्य चरित्र का नाम आते हैं।

रामायण में मुख्य चरित्र

लेकिन आपको बता दें कि रामायण में इन सब के अलावा और भी कुछ ऐसे मुख्य पात्र हैं, जिन्हें जानना बेहद जरूरी है।

रामचरितमानस

आज हम जानेंगे श्रीराम के छोटे भाई भरत के संक्षिप्त चरित्र के बारे में।

राजा भरत का संक्षिप्त चरित्र

महात्मा भरत का चरित्र सागर की तरह अत्यंत विस्तृत और गहरा माना गया है।

महात्मा भरत

विद्वानों के अनुसार, महात्मा भरत एक आदर्श और भ्रातृत्व प्रेम की जीते-जागते मूर्ति माने जाते हैं।

राजा भरत

मान्यता है कि जब श्रीराम जी वनवास गए उस बीच जीतनी भी बाधाएं आई थी उन बाधाओं को दूर करने में भरत ने अहम भूमिका निभाई थीं।

भरत की भूमिका

कहा जाता है कि महात्मा भरत के मन में सुख, ऐश्वर्य की लालसा नहीं थी।

महात्मा भरत

रघुकुल के राज गुरु वशिष्ठ ने भरत के व्यवहार और आदर्शों को देखकर उन्हें महात्मा की उपाधि दी थी।

गुरु वशिष्ठ