पौष अमावस्या पर पितरों को ऐसे करें खुश

पौष अमावस्या के दिन सुबह शुभ मुहूर्त में नहाएं। स्नान के बाद साफ कपड़े पहने।

पौष अमावस्या

देशी घी का एक दीया पतिरों के लिए जलाएं। मान्यता है कि इससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है। 

दीया

अमावस्या के दिन सात्विक भोजन (बिना लहसुन-प्याज के) बनाए। इसके बाद इस भोजन को ब्राह्मण या पंडित जी को प्रेम पूर्वक खिलाएं।

सात्विक भोजन

अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त तर्पण करें। इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें ऊनी कपड़े भेंट करें।

तर्पण

अमावस्या तिथि पर गंगा स्नान का विधान है। ऐसे अगर संयोग बने तो ऐसा करें।

गंगा स्नान

अमावस्या पर यदि गंगा स्नान नहीं कर सकते हैं तो पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से भी पुण्य की प्राप्ति होगी।

गंगाजल

पौष अमावस्या के दिन जरुरतमंदों के बीच दान करना शुभ माना गया है। ऐसे में इस दिन भोजन-वस्त्र दान करें।

दान

पौष अमावस्या के दिन जरुरतमंदों के बीच दान करना शुभ माना गया है। ऐसे में इस दिन भोजन-वस्त्र दान करें।

दान