52 शक्तिपीठों में से एक यह मंदिर बलूचिस्तान में स्थित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यहां माता सती का सिर गिरा था।
पंचमुखी हनुमान मंदिर
पंचमुखी हनुमान मंदिर कराची के सोल्जर बाजार में स्थित है। यह 1500 साल पुराना है और दुनिया का एकमात्र मंदिर है जिसमें हनुमानजी की प्राकृतिक मूर्ति है।
कटासराज मंदिर
पाकिस्तान के पंजाब में स्थित इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इसका निर्माण सती की मृत्यु के बाद भगवान शिव के आंसू से हुआ था।
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उमरकोट मंदिर
उमरकोट जिले में स्थित इस मंदिर को अमरकोट शिव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह सिंध प्रांत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
स्वामी नारायण मंदिर
स्वामी नारायण मंदिर पाकिस्तान के कराची में स्थित सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है। करीब 160 साल पुराने इस मंदिर में हिंदू-मुस्लिम दोनों की आवाजाही रहती है।
वरुण देव मंदिर
कराची के मनोरा आईलैंड में बना यह मंदिर 100 साल से ज्यादा पुराना है। इस मंदिर में समुद्र के देवता वरुण देव की पूजा की जाती है।
राम मंदिर
सिंध प्रांत के इस्लामकोट में स्थित पाकिस्तान का सबसे बड़ा यह राम मंदिर करीब 200 साल पुराना है। यहां आसपास के हिन्दू लोग पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।