मकर संक्रांति से जुड़े 7 रोचक तथ्य

Khushbu Goyal

15 जनवरी 2024 दिन सोमवार को हिन्दुओं का त्योहार मकर संक्रांति मनाया जाएगा। जानें इस फेस्टविल के 7 रोचक तथ्य...

हिंदुओं का त्योहार

मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य सभी 12 राशियों का भ्रमण करने के बाद मकर राशि में प्रवेश करते हैं।

मकर में सूर्य

मकर संक्रांति को सकरात, लोहड़ी, पोंगल भी कहते हैं। इस दिन तिल खाने, स्नान, दान का विशेष महत्व होता है।

तिल, स्नान, दान

मकर संक्रांति पर सूर्य का मकर राशि में गोचर सर्दी की विदाई और बसंत के आगमन का प्रतीक माना जाता है।

सर्दी की विदाई

मकर संक्रांति पर कहीं पतंग उड़ाई जाती है। कहीं खिचड़ी को उसके परिवार के 5 सदस्यों के साथ खाया जाता है।

अलग-अलग रिवाज

मकर संक्रांति के दिन देवलोक के दरवाजे खुल जाते हैं। शादी-विवाह जैसे शुभ कार्यों के दिन आरंभ हो जाते हैं। 

शुभ दिनों की शुरुआत

मकर संक्रांति के त्योहार पर तिल खाने के साथ-साथ दान करने से भी जिंदगी के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

तिल दान का लाभ

शुभ दिनों की शुरुआत

मकर संक्रांति के दिन काले तिल का दान करना शुभ माना जाता है, लेकिन सफेद तिल का भी दान कर सकते हैं। 

किस रंग के तिल का दान