ये 10 नेता संसद सदस्य रहते हुए बने हैं मुख्यमंत्री

Ashutosh Ojha

नायब सिंह सैनी

नायब सिंह सैनी संसद सदस्य रहते हुए हरियाणा के सीएम बनने वाले पहले नेता नहीं हैं। इससे पहले भी कई सांसद इस्तीफा दिए बिना ही सीएम बने हैं। आइए जानते हैं...

गिरिधर गमांग

ओडिशा के पूर्व सीएम गिरिधर गमांग  ने साल 1999 में सांसद रहते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

शिवराज सिंह चौहान

मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान साल 2005 में संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिए बिना ही मुख्यमंत्री बने थे।

योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ साल 2017 में सांसद रहते उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री बने।

सर्वानंद सोनोवाल

वहीं भाजपा नेता सर्वानंद सोनोवाल मोदी सरकार में 23 मई 2016 तक केंद्रीय खेल मंत्री रहे थे। 24 मई को वह असम से मुख्यमंत्री बने।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा

कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा साल 2005 में रोहतक के सांसद रहते मुख्यमंत्री बने।

बंसीलाल

बंसीलाल राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय रेल मंत्री थे। जून 1986 में वे संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिए बगैर सीएम बने।

लालू प्रसाद यादव 

10 मार्च 1990 में जब लालू प्रसाद यादव पहली बार बिहार के सीएम बने थे, तब वे सारण लोकसभा सीट से सांसद थे। 

नीतीश कुमार 

 नीतीश कुमार जब मार्च 2000 में पहली बार सात दिनों के लिए सीएम बने, तब वह बाढ़ से सांसद थे।

मायावती

उत्तरप्रदेश में मायावती 1995 और 1997 में दो बार मुख्यमंत्री रहीं। वह दोनों बार संसद सदस्य रहते ही सीएम बनीं।