नोएडा में लाइट मेट्रो चलाने की चर्चा, मेट्रो से है कितनी अलग?

Avinash Tiwari

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और ग्रेटर नॉएडा को जोड़ने के लिए पॉड टैक्‍सी चलाने की चर्चा हो रही है।  

हालांकि अब पॉड टैक्‍सी की जगह लाइट मेट्रो पर भी विचार किया जा रहा है। दोनों की रिपोर्ट आने के बाद फैसला लिया जाएगा ।  

लाइट मेट्रो 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती है, जबकि पॉड टैक्सी की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा ही है। 

लाइट मेट्रो क्यों?

मेट्रो के लिए अलग ट्रैक बनता है जबकि लाइट मेट्रो के लिए अलग से ट्रैक नहीं बनाना पड़ेगा, इसका ट्रैक सड़क पर ही बन जाता है।

लाइट मेट्रो के फायदे

मेट्रो रेल के स्टेशन बड़े होते हैं जबकि लाइट मेट्रो के स्टेशन छोटे होते हैं।  

मेट्रो से छोटे होते हैं स्टेशन

मेट्रो की लागत में बड़ा खर्च आता है लेकिन लाइट मेट्रो का खर्च , मेट्रो की तुलना में काफी कम होता है।  

लागत

मेट्रो जमीन के अंदर भी चलती है और ऊपर भी लेकिन लाइट मेट्रो जमीन पर ही चलेगी। 

जमीन पर ही चलगी लाइट मेट्रो

मेट्रो से लाइट मेट्रो कम होते हैं कोच

मेट्रो जमीन के अंदर भी चलती है और ऊपर भी लेकिन लाइट मेट्रो जमीन पर ही चलेगी। 

नोएडा में पॉड टैक्सी या लाइट मेट्रो?

पॉड टैक्सी और लाइट मेट्रो दोनों की स्टडी हो रही है, इसके बाद ही दोनों में से एक के संचालन का फैसला लिया जाएगा।