Kitchen Vastu:  रसोई में कहां रखें मसाला और गैस चूल्हा?

Nidhi Jain

हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व है। वास्तु शास्त्र में घर से जुड़ी हर एक छोटी सी छोटी चीज के बारे में बताया गया है, जिसे अपनाकर व्यक्ति अपने घर-परिवार को खुशियों से भर सकता हैं।

वास्तु शास्त्र

वास्तु शास्त्र में किचन से जुड़े नियमों के बारे में भी बताया गया है। किचन वास्तु शास्त्र में रसोई से जुड़ी हर एक संबंधित चीज के लिए नियम बनाए गए हैं। आज हम आपको 5 किचन वास्तु नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं।

किचन वास्तु शास्त्र

किचन वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की रसोई हमेशा दक्षिण दिशा में होनी चाहिए। इसके अलावा मुख्य दरवाजे से कभी भी किचन का चूल्हा नहीं दिखना चाहिए। इसलिए अपने चूल्हे को दक्षिण दिशा में रखें। इससे घर में पॉजिटिविटी रहती है।

किस दिशा में होनी चाहिए रसोई?

वास्तु शास्त्र के अनुसार सूर्य को ग्रहों के देवता माना जाता है। इसलिए खाना बनाते समय सूर्य की दिशा यानी पूर्व दिशा की तरफ मुख होना चाहिए। इससे घर में शांति बनी रहती है।

खाना बनाते समय किस दिशा में मुख होना चाहिए?

रसोई की स्लैब और सामान रखने की अलमारी को दक्षिण या फिर पश्चिम दिशा में बनवाना चाहिए। इससे वास्तु दोष खत्म होता है।

रसोई की स्लैब किस दिशा में होनी चाहिए?

किचन में इस्तेमाल किए जाने वाले हर एक खाद्य पदार्थ और मसालों को उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इससे कभी भी आपको पेट से जुड़ी कोई समस्या नहीं होती है।

मसालों को किस दिशा में रखें?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई घर में कम से कम एक बड़ी खिड़की तो होनी ही चाहिए। इससे वास्तु दोष उत्पन्न नहीं होता है और घर-परिवार में हमेशा खुशहाली बनी रहती है।

खिड़कियां कैसी होनी चाहिए?