किडनी की कमजोरी के बारे में पहला संकेत यह हो सकता है कि पेशाब में बदलाव आता है, जैसे कि ज्यादा पेशाब की जरूरत, रात में ज्यादा पेशाब करना, ज्यादा या कम होने लगता है।
पेशाब में बदलाव
किडनी की कमजोरी के कारण बीपी कंट्रोल में नहीं रहता है। आप हाई बीपी या लो बीपी का सामना कर सकते हैं।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल में न रहना
किडनी की हेल्थ के लिए प्रॉपर ब्लड ट्रांसफ्यूजन न होने की वजह से एनर्जी की कमी महसूस कर सकते हैं।
एनर्जी में कमी
किडनी की कमजोरी के कारण शरीर के अलग-अलग भागों में सूजन महसूस होती है, जैसे- पेट के आसपास, आंखों के नीचे या चेहरे पर सूजन आती है।
पेट के आसपास सूजन
किडनी की कमजोरी की वजह से पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे- वोमिटिंग, लूज मोशन, बेहोशी और पेट में दर्द हो सकती हैं।
पाचन से जुड़ी समस्याएं
किडनी की कमजोरी के कारण भूख में कमी आने लगती है।
भूख में कमी आना
किडनी की कमजोरी के कारण, हड्डियों और फिंगर में दर्द महसूस हो सकता है।