किडनी की बीमारी से पीड़ितों को बहुत जल्दी थकान होती है और चलने पर कमजोरी महसूस होती है।
थकान होना
जब किडनी सही से खून को फिल्टर नहीं करती है, तो गंदगी बाहर नहीं आ पाती है। इससे नींद आने में समस्या, मोटापा और क्रोनिक किडनी की बीमारी का जोखिम बढ़ता है।
नींद की समस्या
जब किडनी में मिनरल्स, पोषक तत्वों की कमी आने लगती है, तो त्वचा में रूखापन आने लगता है। इसके अलावा खुजली होती है।
ड्राई स्किन
किडनी की बीमारी में पेशाब करने में कई तरह के बदलाव दिखने लगते हैं और जरूरत से ज्यादा यूरिन आना बीमारी के संकेत होते हैं।
जल्दी पेशाब आना
किडनी पेशाब को छानने का काम करती है यानी की खून से पानी को अलग करने का काम करती है। ऐसे में पेशाब में खून आने लगे तो ये शुरुआती संकेत हो सकते हैं।
पेशाब में खून
किडनी डैमेज के आम लक्षणों में झागदार यूरिन का आना सभी लक्षणों में से एक है। पेशाब में झाग आने का मतलब है कि प्रोटीन ज्यादा हो गया है।
झागदार पेशाब
अगर आंखों के आसपास सूजन दिख रही है, तो इसका मतलब है पफी आई सिंड्रोम है। ये किडनी में काफी सारा प्रोटीन जमा होने पर होता है।