केतु के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए 'लहसुनियां' रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष के जानकार की सलाह पर ही 'लहसुनियां' धारण करें।
कुंडली के केतु दोष को दूर करने के लिए केतु की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से केतु दोष धीरे-धीरे दूर होने लगता है।
केतु की महादशा को दूर करने के लिए रोजाना दुर्गा-पाठ करना चाहिए। दुर्गा सप्तशती के पाठ से केतु महादशा से मुक्ति मिलती है।