महाशिवरात्रि पर करें 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन

Priyatma Rani Roy

श्री सोमनाथ ज्योर्तिलिंग

गुजरात में स्थित श्री सोमनाथ ज्योर्तिलिंग को पहले छह बार तोड़ा और बनाया गया है। महमूद गजनवी के हमले से इस मंदिर को बहुत नुकसान पहुंचा था। शिवजी की यह मंदिर बेहद खास और पवित्र है। इसकी पूजा करने से मनोरथ सिद्ध होते हैं।

श्रीमल्लिकार्जुन

श्रीमल्लिकार्जुन मंदिर आंध्रप्रदेश के कृष्णा जिले में इसे दक्षिण का कैलाश कहते हैं। महाभारत के अनुसार श्रीशैल पर्वत पर भगवान शिव का पूजन करने से अश्वमेध यज्ञ करने का फल प्राप्त होता है।

केदारनाथ

केदारनाथ  हरिद्वार से 150 मील और ऋषिकेश से 132 मील दूर उत्तरांचल राज्य में है। केदारेश्वर के दर्शन-पूजन से सभी मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।

काशी विश्वनाथ

वाराणसी में स्थित काशी के श्री विश्वनाथजी सबसे प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। मान्यता है कि जब कोई मनुष्य बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर लेता है तो उसे जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है।

त्र्यबंकेश्वर मंदिर

त्र्यबंकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है। मंदिर के पास तीन पर्वत स्थित हैं, जिन्हें ब्रह्मगिरी, नीलगिरी और गंगा द्वार के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर के दर्शन करने से जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

वैद्यनाथ मन्दिर

वैद्यनाथ मन्दिर झारखंड के देवघर जिले में स्थित है। यह एक सिद्धपीठ है। इस कारण इस शिवलिंग को कामना लिंग भी कहा जाता हैं। इस मंदिर में पूजा करने से शिव के साथ शक्ति का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।

नागेश्वर

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग को भगवान शिव के 10वां ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में दर्शन करने मात्र से ही सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है।

श्रीरामेश्वर मंदिर

श्रीरामेश्वर मंदिर तमिलनाडू प्रान्त के रामनाड जिले में है। ज्योतिर्लिंग को श्रीरामेश्वर या श्रीरामलिंगेश्वर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में पूजा करने से दुश्मनों पर विजय प्राप्ति होती है।

घृष्णेश्वर

घृष्णेश्वर ज्योर्तिलिंग औरंगाबाद के पास स्थित है। मान्यता यह भी है कि जो निःसंतान दम्पति सूर्योदय से पहले घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करता है, उसकी संतान प्राप्ति की कामना जल्दी पूरी हो जाती है।