अगर सांस हमेशा फूली रहती है, तो ये हाई बीपी का लक्षण है। हाई बीपी के मरीजों में दिल पर इतना प्रेशर पड़ता है कि शरीर परेशान होता है और बेचैनी महसूस होती है।
सांस फूलना
जब बीपी बढ़ा रहता है तो शरीर पूरी तरह से बेजान महसूस करता है और थकान के साथ-साथ बेचैनी होती है।
कमजोरी और थकान होना
जब बीपी बढ़ा हुआ होता है तो दिमाग गर्म और भारी लगता है। इसके साथ ही आर्टरी में ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है कि ये सिर दर्द का कारण बनता है।
गंभीर सिरदर्द
अगर कोई हर समय गुस्से में रहता है, तो ये हाई बीपी की समस्या का कारण हो सकता है। इतना ही नहीं बेचैनी सी होती है जिसमें व्यक्ति को तुरंत गुस्सा आता है।
हाइपर रहना
बार-बार यूरिन आना भी हाई बीपी का शुरुआती लक्षण माना जाता है। आमतौर पर लोग इसे नॉर्मल समझकर अनदेखा करते हैं, ऐसा करना गंभीर हो सकता है।
बार-बार पेशाब आना
हाई बीपी की शुरुआत होने पर आंखें लाल होने लगती हैं। ये बीपी बढ़ने के कारण आर्टरी में ज्यादा ब्लड पंप होता है और इसके कारण आंखों पर गंभीर असर पड़ता है।
आंखों का लाल होना
दिल और बीपी से जुड़ी परेशानी में सीने में तेज दर्द की समस्या हो सकती है। इसके कारण सांस लेने में परेशानी और दिल की धड़कन बढ़ने की दिक्कत भी होती है।