30 की उम्र के बाद महिलाएं कैसे बनाएं फर्टिलिटी को बेहतर
प्रेग्नेंसी की संभावना को बढ़ाने के लिए ओव्यूलेशन पीरियड पर नजर रखना बहुत जरूरी होता है। अगर इसके बारे में आपको जानकारी नहीं है, तो डॉक्टर से इस बारे में पूरी जानकारी लेने की कोशिश करें।
ओव्यूलेशन पीरियड पर करें निगरानी
हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए आपको पहले से ही अपने लिए तैयारी करनी होगी, इसके लिए आपको कंसीव करने के दो से तीन महीने पहले ही जीवनशैली में कुछ बदलाव करने पड़ेंगे। हेल्दी न्यूट्रिशन लेने से महिलाओं में फर्टिलिटी बेहतर होती है और बढ़ती है।
हेल्दी जीवनशैली अपनाएं
समय पर इलाज लेने से पीसीओएस के साथ, प्रेग्नेंस के चांस काफी हद तक बढ़ाए जा सकते हैं। सबसे पहले लक्षणों और जरूरतों को ध्यान में रखकर हेल्थ एक्सपर्ट्स की मदद से एक बेहतर प्लानिंग आपके लिए तैयार करवा सकती है।
टाइम पर डॉक्टर से मिलें
पेरेंट्स बनने का सफर काफी इमोशनली और थोड़ा मुश्किल हो सकता है, खासकर पीसीओएस वाली स्थिती में। ऐसे में आपको हर समय नेगेटिव बातों से दूर रहना चाहिए। क्योंकि ये सब स्थिति को ज्यादा खराब कर सकती हैं। इसलिए पॉजिटिव सोच रखकर सफर को आसान बनाया जा सकता है।
पॉजिटिव रहना चाहिए
वैसे तो पीसीओएस के लिए अल्टरेनेटिव थैरेपीज के कोई प्रॉपर रेमेडीज नहीं हैं, लेकिन एक्यूपंचर, हर्बल दवाओं और योगा से काफी राहत मिलती है, लेकिन कुछ नया करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह न भूलें, वो आपको बेहतर सुझाव दे सकते हैं।
इलाज के अन्य तरीकें कर सकते हैं ट्राई