अगर ज्यादा शराब पीते हैं या बहुत तला-भूना खाते हैं, तो शरीर कुछ कैलोरी को फैट में चेंज करके इस कैलोरी से निपटता है। यह फैट फिर लिवर सेल्स में जमा हो जाती है, तो आपका फैटी लिवर होता है।
फैटी लिवर क्यों होता है?
फैटी लिवर होने पर लिवर पर फैट जमा होता है, जिससे धीरे-धीरे लिवर के आस-पास सूजन आती है।
सूजन आना
फैटी लिवर की बीमारी होने पर शरीर को सही से ताकत नहीं मिलती है, इससे व्यक्ति थका-थका सा महसूस करता है।
एनर्जी की कमी
आप किसी भी चीज पर फोकस नहीं कर पाते हैं और इसके साथ ही व्यक्ति को कमजोरी भी महसूस होती है।
फोकस न कर पाना
कुछ लोगों में फैटी लिवर होने पर वेट वॉस तेजी से होने लगता है।
वजन कम होना
जो लोग फैटी लिवर की बीमारी से ग्रस्त होते हैं, उनमें अक्सर क़ब्ज की समस्या भी देखी जाती है।
कब्ज की समस्या
फैटी लिवर होने पर दिमाग पर भी काफी हद तक असर करता है।
दिमाग पर असर
फैटी लिवर होने पर शरीर में बाइल सॉल्ट्स बढ़ने लगते हैं, जिससे चेहरे पर खुजली होती है और परेशानी बढ़ती है।