शाम की पूजा करते समय रखें 7 बातों का खास, वरना होगा भारी नुकसान

हिंदू धर्म में शाम की पूजा का खास महत्व होता है, लेकिन पूजा करने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। तो आइए उन खास बातों का ध्यान रखते हैं।

शाम की पूजा

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शाम की पूजा में कभी भी घंटी नहीं बजानी चाहिए।

घंटी

मान्यता है कि संध्या के समय भगवान शयन के लिए जाते हैं, यदि संध्या की पूजा के समय शंख या घंटी बजाते हैं, तो भगवान की नींद खराब हो सकती है।

शंख या घंटी

इसलिए कहा जाता है कि शाम की पूजा करते समय शंख या घंटी नहीं बजानी चाहिए।

शाम की पूजा

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शाम की पूजा में पेड़ से फूल तोड़ने की गलती नहीं करनी चाहिए। बल्कि पेड़ों से फूल पहले ही तोड़ कर रख लेना चाहिए।

फूल तोड़ने की गलती

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शाम के समय पेड़ से फूलों के अलावा पत्तियां भी नहीं तोड़नी चाहिए।

पत्तियां न तोड़े

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शाम की पूजा करने लिए एक निर्धारित समय होता है। यह समय सूर्यास्त से एक घंटा पहले सूर्यास्त होने के एक घंटा बाद सायंकाल में ही पूजा करनी चाहिए।

शाम में पूजा करने का समय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शाम के समय सूर्य देव की पूजा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि सूर्य देव की पूजा हमेशा सुबह ही होता है।

सूर्य देव की पूजा