दिल्ली के क्राइम डेटा ने  खोले चौंकाने वाले राज

Ashutosh Ojha

चोरी और सेंधमारी

2024 में चोरी और घर में सेंधमारी के बहुत ही कम मामले सॉल्‍व किए गए। सेंधमारी में सिर्फ 32.78% और घर की चोरी में केवल 26% मामलों को ही सुलझाया जा सका। 

हत्या और बलात्कार के मामले

पुलिस ने हत्या और बलात्कार के मामलों में अच्छी सफलता दर्ज की है। 2023 में हत्या के मामलों में सफलता दर 93.24% थी, जबकि 2024 में यह 90.58% रही। इसी तरह, बलात्कार और पॉक्सो मामलों में 2023 में 93.62% और 2024 में 95.31% की सफलता दर रही।

स्नैचिंग और किडनैपिंग

स्नैचिंग के मामलों में सफलता दर 57% और किडनैपिंग की 58% रही। इन अपराधों में तेजी से कार्रवाई और बेहतर सुरक्षा प्रबंधन की जरूरत महसूस की जा रही है।

वाहन चोरी

वाहन चोरी के मामलों में सबसे बड़ी चुनौती दिखी, जहां सफलता दर सिर्फ 20% रही। यह आंकड़ा दर्शाता है कि पुलिस को इन मामलों में और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।

सड़क दुर्घटनाएं

सड़क सुरक्षा भी एक प्रमुख चिंता का विषय बना हुआ है। घातक दुर्घटनाओं में सफलता दर 54.67% और गैर-घातक दुर्घटनाओं में 62% रही। यह दर्शाता है कि ट्रैफिक नियमों के पालन और सड़क सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है।

डकैती और जबरन वसूली

2024 में डकैती के मामलों में 2023 की तुलना में 23% की वृद्धि हुई। 2022 की तुलना में यह वृद्धि 46% रही। वहीं, जबरन वसूली के मामलों में सफलता दर 2023 में 59.8% थी, जबकि 2024 में यह 51% हो गई।

कुल अपराध दर

2023 की तुलना में 2024 में अपराध सुलझाने की दर में गिरावट आई है। 2023 में यह दर 40.95% थी, जबकि इस साल अगस्त तक यह सिर्फ 39.8% रही। इससे स्पष्ट होता है कि पुलिस की कार्यवाही और जांच में सुधार की सख्त जरूरत है।

शहर में अपराध के आंकड़े

2024 में कुल 1,74,253 अपराध दर्ज किए गए। इसमें 308 हत्याएं, 1,034 डकैती, 4,316 स्नैचिंग, 5,735 सेंधमारी, 12,698 घर चोरी और 25,140 वाहन चोरी के मामले शामिल हैं। साथ ही, 878 घातक और 2,702 गैर-घातक सड़क दुर्घटनाएं भी दर्ज की गईं।