बर्ड फ्लू(Bird Flu) के अलग-अलग प्रकार नियमित रूप से दहशत का कारण बनते हैं, लेकिन H5N1 स्ट्रेन का जोखिम काफी कम है। इसमें आप केवल मुर्गे के सीधे संपर्क से ही संक्रमित हो सकते हैं।
बर्ड फ्लू वायरस
मारबर्ग वायरस एक हेमोरेजिक बुखार वायरस है। मारबर्ग वायरस त्वचा और अंगों में ऐंठन और ब्लीडिंग का कारण बनता है। इसकी मृत्यु दर 90% है।
Marburg Virus
इबोला (Ebola) वायरस के पांच प्रकार हैं, जैसे- जैरे, सूडान, ताई फॉरेस्ट, बुंदीबुग्यो और रेस्टन। जैरे इबोला वायरस सबसे घातक है, जिसकी मृत्यु दर 90% है।
इबोला
हंतावायरस कई टाइप के वायरस के बारे में बताता है। इसके लक्षणों में फेफड़ों की बीमारी, बुखार और किडनी फेलियर शामिल हैं।
Hantavirus
डेंगू बुखार मच्छरों से फैलता है, ये डेंगू थाईलैंड और भारत में हर साल 50 से 100 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है।
डेंगू बुखार
लासा वायरस चूहों से फैलता है और वैज्ञानिकों का मानना है कि पश्चिमी अफ्रीका में 15% रोडेंट्स में वायरस होता है।
Lassa Virus
जुनिन वायरस हेमोरेजिक बुखार से जुड़ा है और इससे संक्रमित लोग टिश्यू में स्वेलिंग, सेप्सिस(खुद के अंगों पर हमला करना) और त्वचा में होने वाली ब्लीडिंग से पीड़ित होते हैं।