चाणक्य के अनुसार व्यक्ति का आत्मसम्मान ही उसकी सबसे बड़ी पूंजी है। अपने सम्मान को किसी भी पद प्रतिष्ठा से बढ़कर मानना चाहिए।
व्यक्ति के अंदर कुछ ऐसी भी आदतें होती हैं, जिसकी वजह से उसे समाज में हमेशा शर्मिंदा होना पड़ता है। आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में...
चाणक्य नीति कहती है कि यदि आप झूठ का सहारा लेते हैं तो एक दिन आपका झूठ जरूर पकड़ा जाएगा और आप अपना मान-सम्मान खो बैठेंगे।
कुछ लोग हमेशा किसी न किसी की बुराई करते रहते हैं। इसी आदत की वजह से समाज कभी उन्हें सम्मान की नजर से नहीं देखता।
कुछ लोग लालच की वजह से अक्सर छल कपट करके धन कमाते हैं। ऐसा धन किसी काम का नहीं होता है।
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति का स्वभाव हमेशा विनम्र होना चाहिए। जो व्यक्ति विनम्र रहता है, उसे समाज में भी खूब मान-सम्मान मिलता है।