कैंसर के 7 शुरुआती संकेत

Deepti Sharma

अगर बिना किसी कारण वजन कम हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। क्योंकि बहुत कम मामलों में यह कैंसर का पहला संकेत होता है।  

बेवजह वजन कम होना  

दिनभर काम के बाद थकान होना नॉर्मल है, लेकिन कैंसर की थकान एक अलग ही तरह की होती है। अगर आराम करने के बाद भी थकान के साथ-साथ कमजोरी महसूस होती है, तो ये कैंसर का शुरुआती संकेत होता है।

थकान होना

किसी भी मौसम में बदलाव होने पर बुखार होना नॉर्मल है, लेकिन बार-बार होने वाला बुखार संकेत है कि आप कैंसर की चपेट में आने वाले हैं। कैंसर का बुखार ज्यादातर रात में होता है, क्योंकि ट्यूमर इम्यून सिस्टम पर असर करता है। 

बुखार आना

शरीर में दर्द कई कारणों से होता है और दवाएं लेने पर सही भी हो जाता है। जब ट्यूमर से शरीर के कई भागों में प्रेशर बनता है, तो दर्द होता है।

दर्द होना

स्किन शरीर का सबसे बड़ा अंग है और यह कई तरीकों से असर करता है। पीलिया एक लक्षण है जो संक्रमण या कैंसर का संकेत दे सकता है। त्वचा पर तिल-मस्सों को हल्के में न लें, ये भी कैंसर का संकेत होते हैं।

त्वचा के रंग में बदलाव

लंबे समय तक कब्ज, लूज मोशन या मल में बदलाव कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। पेशाब करते समय दर्द, खून या यूरिनरी ब्लैडर में बदलाव प्रोस्टेट कैंसर से जुड़ा हो सकता है।

यूरिनरी ब्लैडर में बदलाव  

एडवांस कैंसर में एक नॉर्मल लक्षण असामान्य ब्लीडिंग है। खांसी के साथ खून आना फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है। मल काला या खून आना कोलन कैंसर और वेजाइना से ब्लीडिंग गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर का संकेत है।

ब्लीडिंग होना