आज ही बंद कर दें इन  7 चीजों का सेवन नहीं तो  हो सकता है कैंसर 

Ashutosh Ojha

ट्रांस फैट

रिसर्च से पता चला है कि ट्रांस फैट "खराब" एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं और कैंसर का खतरा बढ़ा देते हैं। WHO के अनुसार, 2003 में ट्रांस फैट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने वाला डेनमार्क पहला देश है। 

आर्टिफिशियल फूड कलर

कुछ आर्टिफिशियल फूड कलर जैसे कि टार्टाजीन, एल्यूरा रेड और सनसेट येलो कैंसरकारी हैं। नॉर्वे, फिनलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रिया और ब्रिटेन जैसे देशों में कुछ आर्टिफिशियल फूड कलर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

ओलेस्ट्रा

ओलेस्ट्रा (Olestra) फैट का एक विकल्प है जिसका उपयोग कुछ स्नैक फूड्स में कैलोरी की मात्रा को कम करने के लिए किया जाता है। ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों में ओलेस्ट्रा के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

आर्टिफिशियल स्वीटनर

एसेसल्फेम पोटेशियम यानी आर्टिफिशियल स्वीटनर। कुछ रिसर्च में पता चला है कि इससे  भी कैंसर हो सकता हैं।

प्रोसेस्ड मीट 

प्रोसेस्ड मीट में नाइट्राइट और नाइट्रेट जैसे केमिकल होते हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। नॉर्वे में प्रोसेस्ड मीट में नाइट्राइट और नाइट्रेट के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

पोटेशियम ब्रोमेट

रिसर्च से पता चला है कि पोटेशियम ब्रोमेट भी कैंसर का खतरा पैदा कर सकता है। यूरोप, कनाडा और चीन में पोटेशियम ब्रोमेट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

ग्लाइफोसेट

ग्लाइफोसेट एक पेस्टीसाइड है। परंपरागत रूप से उगाई गई फसलों से बने प्रोडक्ट पर इसके अवशेष पाए जा सकते हैं। फ्रांस, नीदरलैंड और बेल्जियम में घरेलू उपयोग के लिए ग्लाइफोसेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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