वह 7 रेल हादसे  जिन्होंने देश को हिलाकर रख दिया था

Prerna

इंदौर-पटना एक्सप्रेस सुबह में करीब 3.10 बजे कानपुर के पास पुखरायां में पटरी से उतर गई थी। इस रेल हादसे में 146 लोगों की जान चली गई थी और 200 से ज्यादा घायल हुए थे। . 

20 नवंबर, 2016:  पुखरायां में ट्रेन के 14 डिब्बे डिरेल

यूपी के रायबरेली में देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और हादसे में 58 लोगों की मौत हो गई थी। इसके साथ कम से कम 150 लोग घायल हुए थे।

20 मार्च, 2015:  पटरी से उतरी जनता एक्सप्रेस

यूपी के फतेहपुर के पास कालका मेल के 15 डिब्बे पटरी से उतरे थे जिस हादसे में लगभग 70 लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा घायल हो गए थे। 

10 जुलाई, 2011:  पटरी से उतरे कालका मेल के डब्बे

इस वेलिगोंडा ट्रेन हादसे में कम से कम 114 की मौत हुई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। अचानक आई बाढ़ की वजह से हैदराबाद के पास वेलिगोंडा में एक छोटा पुल बह गया था जब ट्रेन उस पुल से गुजरी, तो यह हादसा हो गया। 

29 अक्टूबर, 2005:  बाढ़ में पुल बहने से वेलिगोंडा ट्रेन हादसा

रफ्तार राजधानी एक्सप्रेस बिहार में रफीगंज के पास धावा नदी पर बने पुल पर पटरी से उतर गई थी। इसमें करीब 130 लोगों की मौत हो गई थी। 

10 सितंबर, 2002:  रफीगंज रेल हादसा

अवध-असम एक्सप्रेस और ब्रह्मपुत्र मेल की टक्कर हो गई। यह हादसा सबसे बुरी ट्रेन आपदाओं में से एक थी। आंकड़ों के मुताबिक 300 से ज्यादा लोग मारे गए और 600 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

2 अगस्त, 1999:  गाइसल रेल हादसा, 300 से ज्यादा मौतें

यह हादसा तब हुआ, जब कलकत्ता जाने वाली जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस अमृतसर-बाउंड "फ्रंटियर मेल" की पटरी से उतरे 6 डिब्बों से टकरा गई थी। इसमें कम से कम 212 लोगों की मौत हुई थी।

26 नवंबर, 1998:  खन्ना रेल हादसा