शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से भी मुक्ति दिलाएंगे ये 10 उपाय

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शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए शनिदेव को प्रसन्न करना चाहिए। इसके लिए कौए और काले कुत्ते की सेवा करनी चाहिए। ऐसा करने पर शनि देव बहुत ही जल्दी खुश होते हैं।

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काले कुत्ते और कौए की सेवा

शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए रोज सुबह उठ कर नहाधोकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। थोड़े से जल में दूध और दो दाने चीनी के डालकर बड़ यानि बरगद के पेड़ पर चढ़ाकर गीली मिट्टी का तिलक लगाएं। इससे शनि की कृपा मिलती है।

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हनुमान चालीसा

शनि ग्रह शांति के लिए कई उपाय किये जाते हैं। जिनमें से एक शनिवार का व्रत, हनुमान जी की आराधना, शनि मंत्र, शनि यंत्र, छायापात्र दान करना प्रमुख उपाय हैं।

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व्रत-उपवास और मंत्र

शनिवार के दिन एक लोहे के कटोरे में साबुत उड़द, काले चने और सरसों का तेल मिलाकर एक साथ डाल दें। अब इन सभी को एक साथ लपेटकर उस पर वही कटोरा रख दें और अपने माथे पर लगा कर इसे दान देना शुरू करें। इससे शनि दोष कम होता है।

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दान

इसके अलावा आप शनि दोष को दूर करने के लिए शनिवार के दिन कुछ मंत्रों का जाप भी करने सकते हैं। जैसे-'ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:' और 'ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:'।

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शनि मंत्र

शनिवार के दिन पीपल के 11 पत्तों की एक माला बना कर शनि मंदिर में अर्पित करें। शनि देव को माला चढ़ाते समय 'ऊँ श्रीं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः' का जाप करते रहें।

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बिजनेस में तरक्की के लिए

शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में कच्चे सूत के धागे को सात बार लपेटें। ऐसा करते समय मन में शनिदेव का ध्यान करें। ऐसा करने से आपकी उन्नति के मार्ग में कोई परेशानी नहीं आएगी।

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सफलता के लिए

पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म शाम, रात, सुबह या अंधेरे के दौरान नहीं करने चाहिए। क्योंकि इस समय में श्राद्ध कर्म संपन्न करने से पितर प्रसन्न नहीं होते हैं।

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इस समय ना करें श्राद्ध कर्म