First AID Man Of India Exclusive Interview: मिलिए उस शख्स से जो हर रोज घर से यह सोचकर निकलता है कि शायद आज उसकी वजह से किसी की जान बच जाए। आज तक वे हजारों लोगों की जान बचा चुके हैं। वे कहते हैं कि वक्त सबको हालात के मुताबिक ढाल देता है। शायद वक्त और हालात ही वजह होते हैं कि इंसान कुछ ऐसा कर जाता है, जिसे देखकर लोग कहते हैं कि यह तो दूसरों के लिए जीने वाला शख्स है।
हर रोज देशभर में हजारों सड़क हादसे होते हैं, जिनमें लोग जान तक गंवा देते हैं, लेकिन अगर सही समय पर उपचार मिल जाए तो हादसों में मरने वालों की संख्या कम हो जाए, लेकिन सवाल यह है कि सही समय पर उपचार कैसे मिलेगा? किसी न किसी को तो उपचार देने की पहल करनी होगी, लेकिन भारत देश में ज्यादातर लोग कानूनी पचड़े से बचने के लिए हादसा और घायल शख्स को देखकर बिना मदद किए निकल जाते हैं, लेकिन डॉ शबाब आलम ऐसा नहीं करते।
उनके साथ एक हादसा हुआ था, जिसके बाद उन्होंने लोगों को प्राथमिक उपचार ऑन स्पॉट मुहैया कराने की ठान ली। अपने इसी संकल्प के चलते देश आज उन्हें First AID Man के नाम से जानते हैं। जानें आखिर शबाब आलम कैसे और क्यों बने First AID Man of India?