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बच्चों को भीख मांगते देखा तो सिपाही ने शुरू की ‘हर हाथ में कलम पाठशाला’, तबादले पर लिपट कर रोए बच्चे, देखें video

उन्नावः उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के साथ एक शिक्षक की भूमिका भी निभाने वाले रोहित यादव का विभाग ने दूसरे जिले में ट्रांसफर कर दिया। यह जानकारी जब उनकी ‘हर हाथ में कलम पाठशाला’ में पढ़ने वाले बच्चों को हुई तो गहरा सदमा लगा। रविवार को रोहित गांव पहुंचे तो बच्चे उनसे लिपटकर रोने […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Aug 22, 2022 19:51
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उन्नावः उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के साथ एक शिक्षक की भूमिका भी निभाने वाले रोहित यादव का विभाग ने दूसरे जिले में ट्रांसफर कर दिया। यह जानकारी जब उनकी ‘हर हाथ में कलम पाठशाला’ में पढ़ने वाले बच्चों को हुई तो गहरा सदमा लगा। रविवार को रोहित गांव पहुंचे तो बच्चे उनसे लिपटकर रोने लगे। एक गुरु और उसके बच्चों के निश्छल प्रेम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं ग्राम प्रधान और गांव वालों ने ढोल नगाड़ों के साथ उनकी विदाई की।

जून 2018 में उन्नाव जीआरपी में हुई थी पोस्टिंग

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के भरथना थाना क्षेत्र के गांव मुड़ैना के रहने वाले रोहित यादव की नियुक्ति उत्तर प्रदेश पुलिस में हुई थी। जून 2018 में उनका तबादला उन्नाव जीआरपी में कर दिया गया। रोहित ने बताया कि वह ट्रेन से अपनी ड्यूटी ज्वॉइन करने के लिए जा रहे थे। ट्रेन कोरारी स्टेशन पर रुकी तो कुछ बच्चे भीख मांगने के लिए ट्रेन में आ गए। वहीं से रोहित ने इस मुहीम की शुरुआत की। उन्होंने खुद से प्रण लिया कि वह इन बच्चों को शिक्षित करेंगे।

ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद वापस उसी गांव में पहुंचे

ड्यूटी ज्वॉइन करने के बाद रोहित वापस उसी गांव में पहुंचे। उन्होंने गांव के गरीब, मजदूरों और कामगार परिवारों के लोगों से बात की। उन्हें बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। बच्चों के अभिभावक भी तैयार हो गए। गांव में खुले में ही रोहित ने एक पेड़ के नीचे बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। रोहित बताते हैं कि उनकी पाठशाला में शुरुआत में मात्र पांच बच्चे थे, लेकिन धीरे-धीरे बच्चों की संख्या बढ़ती चली गई। उन्होंने ‘हर हाथ में कलम पाठशाला’ की नींव रखी।

80 से ज्यादा बच्चे हुए तो पंचायत भवन में पढ़ाने की मांगी अनुमति

जानकारी के मुताबित डेढ़ साल में रोहित की पाठशाला में 80 से ज्यादा बच्चे हो गए। संख्या बढ़ने पर रोहित ने गांव के पंचायत भवन में बच्चों को बढ़ाने की प्रशासन के संबंधित अधिकारियों से अनुमति मांगी। फिलहाल की तारीख में उनकी इस पाठशाला में 125 बच्चे हैं। रोहित की इस मुहीम में गांव के कुछ शिक्षित लोग भी शामिल हो गए, लेकिन रविवार को गांव के इन बच्चों के लिए बुरी खबर आ गई। रोहित यादव का विभाग की ओर से तबादला कर दिया गया।

बच्चे से मन लगाकर पढ़ने और कुछ बनने का वादा लिया

रविवार को रोहित अपनी वर्दी पहन कर गांव में पहुंचे तो बच्चे उनसे लिपटकर रोने लगे। गांव वाले भी इस मौके पर इकट्ठा हो गए। पूरा माहौल गमगीन हो गया। वहीं रोहित ने भी बच्चों से मन लगाकर पढ़ने और भविष्य में कुछ बनकर दिखाने का वादा लिया। इस दौरान ग्राम प्रधान और गांव वालों ने ढोल नगाड़ों के साथ रोहित की विदाई की। वहां मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल फोन में इस भावुक पल को कैद किया। इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। लोगों ने भी एक सिपाही के इस प्रयास की सराहना की।

First published on: Aug 22, 2022 07:51 PM
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