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Kanpur News: अंधविश्वास का चरम, डेढ़ साल तक घर में रखा बेटे का शव, डॉक्टरों की टीम भी हैरान-परेशान

Kanpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक आयकर अधिकारी (Income Tax Officer) का शव डेढ़ साल से उसके घर में रखा हुआ था। अधिकारी के शव की परिवार वाले देखभाल कर रहे थे। किसी को इस मामले की कानोकान खबर […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Sep 25, 2022 10:53
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Kanpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक आयकर अधिकारी (Income Tax Officer) का शव डेढ़ साल से उसके घर में रखा हुआ था। अधिकारी के शव की परिवार वाले देखभाल कर रहे थे। किसी को इस मामले की कानोकान खबर तक नहीं थी। तभी मृतक की पत्नी ने उनके कार्यालय में जाकर घटना बताई तो सभी के होश उड़ गए। कानपुर के सीएमओ और पुलिसस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस ने बताया कि 22 अप्रैल वर्ष 2021 को आयकर आधिकारी विमलेश की मौत हो गई थी।

अहमदाबाद में आयकर विभाग में तैनात थे

घटना कानपुर जिले के रावतपुर थाना क्षेत्र के कृष्णापुरी, रोशन नगर की है। यहां रहने वाले रामऔतार के सबसे छोटे बेटे विमलेश (35) गुजरात के अहमदाबाद शहर में आयकर विभाग में असिस्टेंट अकाउंटेंट ऑफिसर के पद पर तैनात थे। जबकि विमलेश की पत्नी मिताली कानपुर स्थित किदवई नगर की सहकारिता बैंक में काम करती हैं। जानकारी के मुताबिक 18 अप्रैल के दिन विमलेश को मिनोनिया की शिकायत पर शहर के मोती अस्पताल में भर्ती कराया था।

22 अप्रैल 2021 को डॉक्टरों ने जारी किया मृत्यु प्रमाण पत्र

इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मोती अस्पताल की ओर से 22 अप्रैल वर्ष 2021 को विमलेश को मृत घोषित करते हुए मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। परिवार वाले शव को घर लेकर पहुंचे। समाज और परिवार के लोग विमलेश के अंतिम संस्कार की तैयारी कर ही रहे थे कि तभी उसकी मां ने विमलेश का दिल धड़कने की बात कही। इसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को रोक दिया गया। विमलेश के माता-पिता समेत परिवार के सभी लोग कथित तौर पर उसके शव की देखभाल करने लगे। कहने लगे कि विमलेश कोमा में है।

विभाग से आने लगे गैरहाजिरी के संदेश

इसी दौरान अहमदाबाद स्थित विमलेश के विभाग से उनकी गैरहाजिरी पर कारण पूछा गया। सबसे पहले इसके जवाब में विमलेश की पत्नी मिताली ने कहा कि पति की तबीयत खराब है। काफी दिन बीत जाने के बाद फिर से विभाग की ओर से उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछा गया। इस बार मिलाती खुद अहमदाबाद में आयकर विभाग के ऑफिस पहुंच गई। उसने विमलेश के अधिकारियों को पूरी घटना के बारे में बताया। कहा कि विमलेश की मौत हो चुकी है, लेकिन परिवार वालों ने उनके शव को घर में संरक्षित करके रखा है।

विमलेश के अधिकारियों ने कानपुर प्रशासन को दी खबर

यह जानकारी मिलते ही विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल कानपुर प्रशासन को मामले की जानकारी करने को कहा। शनिवार को सीएमओ कानपुर डॉ. ओपी गौतम, एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले की जांच की। विमलेश की जांच की तो वह मृत पाए गए। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। वहीं सीएमओ ने जिलाधिकारी से मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की अपील की है। शव को ले जाते समय माता-पिता ने जमकर हंगामा किया।

शव को इतने दिन संरक्षित रखने की हो रही जांच

मामला पूरे कानपुर में चर्चा का विषय बन गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के लोग भी हैरन और परेशान हैं कि आखिर मौत के इतने दिन बाद भी परिवार वालों ने विमलेश के शव को संरक्षित कैसे रखा है। पुलिस वालों का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग अब इस पूरे मामले की तफ्तीश में लग गया है। जानकारों का कहना है कि मृत्यु के कुछ समय बाद ही बॉडी डी-कंपोज होने लगती है, लेकिन विमलेश के मामले में ऐसा नहीं हुआ।

First published on: Sep 25, 2022 10:53 AM
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