Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश की तैयारियों को लेकर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हाईलेवल की मीटिंग हुई। इस दौरान इस बैठक में गहलोत और पायलट दूर-दूर बैठे दिखे। जानकरी के मुताबिक दोनों नेताओं ने आपस में बात भी नहीं की। सचिन पायलट तो मीटिंग खत्म होने से पहले ही वहां से चले गए। वहीं इस मीटिंग में पार्टी प्रभारी अजय माकन नदारद रहे।
आपको बता दें राजस्थान में 25 सितंबर को हुए सियासी बवाल के बाद पहली बार दोनों नेता किसी इवेंट में एक साथ पहुंचे थे। वहीं सचिन पायलट गहलोत के आने के आधे घंटे के बाद ही वह मध्यप्रदेश के लिए निकल गए, जहां वह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे। बैठक से पहले निकले सचिन पायलट किसी तरीके के विवाद से दूर रहे।
हालांकि, विजय बैंसला की ओर से दी जा रही यात्रा रोकने की धमकी को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि यह भाजपा की साजिश है और भाजपा यात्रा को रोकने के प्रयास कर सकती है। आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा के जरिए लोगों को जोड़ने का काम कर रही है और राजस्थान में यह यात्रा ऐतिहासिक होगी। पायलट ने कहा कि भाजपा यह भी कह रही थी कि दक्षिण भारत के बाद उत्तर भारत में इसका असर नहीं होगा, लेकिन जिस तरह से महाराष्ट्र के बाद मध्य प्रदेश में शुरु हुई है अब राजस्थान आएगी तो भाजपा का भ्रम टूट जाएगा।
दरअसल, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 3 दिसंबर को यात्रा राजस्थान में आएगी। राजस्थान में यात्रा करीब 521 किलोमीटर की होगी जो 21 दिन में पूरी होगी। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी यहां 21 दिन तक रहेंगे और यहां से हरियाणा जाएंगे। यह यात्रा झालवाड़ जिले से मध्यप्रदेश से राजस्थान में एंटर करेगी। झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा, अलवर जिले से होकर गुजरेगी। यात्रा की राजस्थान में तैयारियों को लेकर समन्वय समिति की पहली मीटिंग कांग्रेस वॉर रूम में हुई। इसमें समिति के 35 सदस्य शामिल हैं।