Army Land Case: सेना से जुड़े जमीन पर अवैध कब्जा करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को झारखंड और पश्चिम बंगाल में दर्जनभर से अधिक जगहों पर छापेमारी की है। केंद्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसी के अनुसार, इन जमीनों का अवैध रूप से दुरुपयोग होने का संदेह है।
जानकारी के मुताबिक, झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू में आर्मी की लगभग 50 एकड़ जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए हड़पने की कोशिश की गई। मामले में पूर्व नगर आयुक्त सहित कई सीओ और रजिसट्रार भी ईडी के रडार पर हैं। जानकारी के मुताबिक, झारखंड में 8 और पश्चिम बंगाल के 4 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
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ED is conducting searches at nearly one dozen locations in West Bengal & Jharkhand against those illegally occupying Indian Army lands. The places searched include residential and office premises of a Kolkata-based businessman Amit Agrawal and some others: Sources
— ANI (@ANI) November 4, 2022
इस बीच, आयकर अधिकारियों ने राजस्थान के बीकानेर और नोखा में 40 स्थानों पर छापेमारी की। विभाग ने तीन बड़े कारोबारियों के घरों के परिसरों की तलाशी ली। बीकानेर में तायल समूह और राठी समूह के परिसरों में तलाशी अभियान चलाया गया, जबकि नोखा में आईटी टीम ने झावर समूह परिसर में तलाशी अभियान चलाया।
साथ ही, ईडी ने एसआरएस ग्रुप ऑफ कंपनीज के अध्यक्ष अनिल जिंदल और निदेशक जितेंद्र कुमार गर्ग, प्रवीण कुमार कपूर और विनोद जिंदल सहित 19 आरोपियों और संस्थाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। विभिन्न घर खरीदारों और निवेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी से संबंधित एक मामले में व्यक्तियों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ईडी ने पहले इस मामले में 2,045 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।
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ईडी के अनुसार, आरोपियों ने निवेशकों को एसआरएस समूह की पोंजी योजनाओं में निवेश करने के लिए बहुत अधिक ब्याज या आभूषण के रूप में उनके निवेश पर निरंतर रिटर्न के साथ निवेश करने का लालच दिया।
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