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आज देश में राष्ट्रीय स्तर पर दो ही पार्टियां बची हैं, एक कट्टर ईमानदार, दूसरी कट्टर बेइमान: अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की सरकार ने सदन में आज ‘विश्वास प्रस्ताव’ पूर्ण बहुमत के साथ जीत लिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सदन में रखे विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 58 सदस्य रहे, जबकि विपक्ष और तटस्थ सदस्यों की संख्या शून्य रही। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली और देश के लोगों को […]

Edited By : Yashodhan Sharma | Updated: Sep 1, 2022 19:11
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Arvind Kejriwal

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की सरकार ने सदन में आज ‘विश्वास प्रस्ताव’ पूर्ण बहुमत के साथ जीत लिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सदन में रखे विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 58 सदस्य रहे, जबकि विपक्ष और तटस्थ सदस्यों की संख्या शून्य रही। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली और देश के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि देश में कम से कम एक ऐसी कट्टर ईमानदार पार्टी है, जो न डरती है और न लालच के आधार पर उसको तोड़ा जा सकता है। तीन-चार हजार साल के मानव इतिहास में पूरी दुनिया में शायद आम आदमी पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जिस पर सबसे ज्यादा केस हुए हैं।

इन्होंने हमारे 49 विधायकों पर 169 केस किए, इसमें से 134 केस कोर्ट ने खत्म कर दिए हैं। इन्होंने जब से मनीष सिसोदिया के यहां रेड मारी है, तब से गुजरात में हमारा वोट शेयर 4 फीसद बढ़ गया है और जिस दिन उनको गिरफ्तार करेंगे, उस दिन 6 फीसद और बढ़ जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज देश में राष्ट्रीय स्तर पर दो ही पार्टियां बची हैं, एक कट्टर ईमानदार, दूसरी कट्टर बेइमान। कट्टर ईमानदार पार्टी वो है, जिसके मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक और नेता सब ईमानदार हैं और कट्टर बेइमान पार्टी वो है, जिसमें रोज भ्रष्टाचार सुनने को मिलता है।

मेरी इनसे दो मांग है। पहली, एमएलए खरीदना बंद कर पेट्रोल-डीजल के दाम कम किए जाएं और दूसरी, अपने दोस्तों के माफ कर्जे को रिकवर कर किसानों व स्टूडेंट्स के कर्जे माफ किए जाएं। मेरा एक ही सपना है कि इस देश ने जो शिक्षा मुझे और और मेरे बच्चों को दी है, वही शिक्षा मैं देश के हर बच्चे को दिलाउंगा। इनको जो करना है, कर लें।

सार्वजनिक जीवन में आदमी को किसी भी जांच के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए

दिल्ली विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज ‘विश्वास प्रस्ताव’ पर सदन को संबोधित करते हुए कहा कि अभी कुछ दिन पहले इन लोगों ने मनीष सिसोदिया जी के खिलाफ पूरी मनगढ़ंत और झूठी एफआईआर दर्ज किया कि मनीष सिसोदिया जी शराब नीति में पैसे खा गए।

हम लोग सार्वजनिक जीवन में हैं। सार्वजनिक जीवन में आदमी को किसी भी तरह की जांच पड़ताल के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। मुझे बेहद खुशी है कि तुरंत मनीष जी ने बयान दिया कि मैं सब तरह की जांच के लिए तैयार हूं। सीबीआई और ईडी जो जांच करना चाहे, वो जांच कर ले। मनीष जी ने धमकी नहीं दी कि तुम्हारे उपर मानहानि का केस कर दूंगा। जब कुछ किया ही नहीं, तो कर जांच कर लो।

आरोप लगा कि मनीष सिसोदिया जी शराब नीति में पैसे खा गए। वो पैसे ढूंढने के लिए सीबीआई उनके घर गई। सीबीआई ने 14 घंटे तक वो पैसा ढूंढा। सबकुछ देखा। गद्दे और तकिए तक फाड़े और दीवारों की भी जांच की। लेकिन उनको कुछ नहीं मिला और 14 घंटे की लंबी जांच के बाद वो चले गए।

इसके अलावा, सीबीआई ने मनीष सिसोदिया जी से छह-सात घंटे तक गहन पूछताछ भी की। टीवी पर मैं देख रहा था कि ये लोग आरोप लगा रहे थे कि जवाब क्यों नहीं दे रहे? जबकि इन्होंने सारे जवाब दिए। सीबीआई वालों ने जितने प्रश्न पूछे, उनके सारे जवाब दिए और सीबीआई वाले पूरी तरह से संतुष्ट होकर इनके घर से गए।

ज्यादा दवाब के चलते करना पड़ेगा गिरफ्तार

सीएम अरविदं केजरीवाल ने कहा कि फिर सीबीआई वाले मनीष सिसोदिया जी के गांव गए। वहां सारे गांव वालों से पूछा कि मनीष सिसोदिया ने कोई प्रॉपर्टी, मकान या खेती की जमीन खरीदी हो, लेकिन वहां भी सीबीआई को कुछ नहीं मिला। फिर इनके लॉकर चेक करने गए। सीबीआई को लगा कि लॉकर में ज्वैलरी, पैसा और प्रॉपर्टी के कागज मिले। लेकिन लॉकर में करीब 70-80 हजार रुपए कीमत के कुछ गहने ही मिले। सबकुछ चेक करने के बाद भी कुछ नहीं मिला। सीबीआई वाले भी इंसान हैं, वो देख रहे हैं कि ये क्या हो रहा है? वो भी सोचते हैं कि ये ठीक नहीं हो रहा है।

वो जाते-जाते मनीष सिसोदिया जी से कह रहे थे कि हमें कुछ नहीं मिला लेकिन उपर इतना ज्यादा दवाब है कि एक बार आपको गिरफ्तार तो करना पड़ेगा। इस पर मनीष जी ने कहा कि आप चिंता मत करो, जब भी गिरफ्तार करना होगा, मुझे बता देना, मैं आ जाउंगा। इसलिए मनीष सिसोदिया जी गिरफ्तार तो होंगे।

लेकिन मोटे-मोटे तौर पर यह देश देख रहा है कि सारी जांच कर ली, कुछ नहीं मिला। एक बात मैं हमेशा कहता हूं कि हम लोग बार-बार प्रधानमंत्री मोदी जी से ईमानदारी का सर्टिफिकेट लेकर आए हैं। एक बार फिर से प्रधानमंत्री जी ने मनीष सिसोदिया जी को ईमानदारी का सर्टिफिकेट दिया है कि तुम सबसे ईमानदार हो। बाकी राजनीति तो चलती रहेगी और जो गिरफ्तारी होगी, वो राजनैतिक होगी।

हमारे 49 विधायकों पर 169 किए केस दिए, कोर्ट ने 134 केस कर दिए खत्म

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस तरह के झूठे केस और जांच करके इनको मिलता क्या है? मुझे लगता है कि मानव जीवन का यह तीन-चार हजार साल का इतिहास है। इन तीन-चार हजार साल में पूरी दुनिया में शायद आम आदमी पार्टी एक ऐसी पार्टी है, जिसके उपर सबसे ज्यादा केस हुए हैं। हमारे 49 विधायकों पर 169 केस हुए हैं। आम आदमी पार्टी एक छोटी सी पार्टी है। अभी-अभी पैदा हुई है और हमारे 49 विधायकों के उपर इन्होंने 169 केस कर दिए। इसमें से 134 केस को कोर्ट ने खत्म कर दिए।

कोर्ट ने कहा कि इसमें कुछ नहीं है और इनको खूब डांटा। अब 35 केस लंबित हैं और वो भी थोड़े दिनों में खत्म हो जाएंगे। इन्होंने मेरे उपर 16 केस किए थे। जिसमें 12 में मैं बरी हो गया हूं। अभी 4 केस लंबित है। मनीष जी के उपर 13 केस किए थे। ये 10 में बरी हो गए और 3 लंबित है।

सत्येंद्र जैन जी के उपर 4 केस किए थे, जिसमें 2 में बरी हो गए और 2 लंबित है। दिनेश मोहनिया पर 10 केस किए थे, जिसमें 9 में बरी हो गए और एक लंबित है। वंदना कुमारी पर 6 केस किए थे, सब में बरी हो गईं। अखिलेश त्रिपाठी पर 4 केस किए थे, जिसमें 3 में बरी हो गए और एक लंबित है। इस तरह से पूरे 49 विधायकों की पूरी लिस्ट है।

घोटाला करने का लगाया आरोप, सारी जांच में कुछ नहीं मिला

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये लोग बोले कि बसों की खरीद में घोटाला हो गया। इसकी सारी जांच भी कर ली और कुछ नहीं मिला। फिर बोले कि शराब पॉलिसी में घोटाला हो गया। उसमें भी अभी तक कुछ नहीं मिला है। फिर बोले कि स्कूलों में घोटाला हो गया है। स्कूलों की जांच करते-करते चार साल हो गए हैं, लेकिन उसमें भी कुछ नहीं मिला। ये बोले कि मोहल्ला क्लीनिक में खूब घोटाला हो गया, उसमें भी कुछ नहीं मिला। फिर बोले कि अस्पतालों के निर्माण और दवाइयों में घोटाला हो गया। इसकी भी सारी जांच कर ली, लेकिन उसमें भी कुछ नहीं मिला। ये बोले कि कोरोना के वक्त घोटाला हुआ।

पूरी दुनिया कह रही है कि कोरोना के दौरान हमने बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन ये कह रहे हैं कि घोटाला हो गया। उसकी भी इन्होंने जांच कर ली और उसमें भी कुछ नहीं मिला। फिर बोले कि सड़कों के निर्माण में घोटाला हो गया, उसकी जांच में भी कुछ नहीं मिला। ऐसी झूठी-झूठी जांच करके क्या देश को कोई फायदा है। आप देश का समय खराब कर रहे हो, लोगों का समय खराब कर रहे हो। काम में अड़चनें अड़ा रहे हो और रोज नई जांच कर रहे हो।

एक बात जरूर हुई है कि जब से इन्होंने मनीष सिसोदिया के यहां रेड मारी है, तब से गुजरात में हमारा वोट शेयर 4 फीसद बढ़ गया है और ये लोग जिस दिन मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करेंगे, मुझे लगता है कि हमारा वोट शेयर 6 फीसद और बढ़ जाएगा। अगर दो बार गिरफ्तार हो गए, तो गुजरात में हमारी सरकार ही बन जाएगी।

कट्टर ईमानदार पार्टी फंसने पर अपनों को भी नहीं छोड़ती है

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज देश में राष्ट्रीय स्तर पर दो ही पार्टियां बची हैं। एक है, कट्टर ईमानदार पार्टी और दूसरी है कट्टर बेइमान पार्टी। जो कट्टर ईमानदार पार्टी है, उसमें उसके सारे नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री और विधायक सब ईमानदार हैं और जो कट्टर बेइमान पार्टी है, उसमें रोज भ्रष्टाचार सुनने को मिलता है। कल कर्नाटक में खुलेआम कोई ठेकेदार कह रहा था कि मेरे से 30 फीसद पैसे खा गए, तो कोई कह रहा था कि मेरे से 40 फीसद पैसे खा गए। ऐसा कभी नहीं हुआ होगा, अब उनका डर भी खत्म हो गया है।

कट्टर बेइमान पार्टी वो है, जो जहरीली शराब बेचती है, जो नशा बेचती है, जो 20-20 करोड़, 50-50 करोड़ रुपए में एमएलए खरीदती है। कट्टर ईमानदार पार्टी जनता के टैक्स के पैसे से स्कूल और अस्पताल बनाती है और कट्टर बेइमान पार्टी लोगों से टैक्स लेकर अपने दोस्तों कर्जे माफ करती है और उनसे एमएलए खरीदती है। कट्टर बेइमान पार्टी अपने दोस्तों और अपनी पार्टी के लोगों से प्यार करती है।

अगर उनकी पार्टी का कोई पकड़ा गया तो उसको बचाने की कोशिश करती है। उसकी कोई जांच भी नहीं होती है। उनका कोई दोस्त चोरी करते हुए पकड़ा गया, तो उसका कुछ नहीं होता है। कट्टर ईमानदार पार्टी देश से प्यार करती है। अगर उनका भी अपना कोई फंसे तो कट्टर ईमानदार पार्टी उसको छोड़ती नहीं है। कट्टर बेइमान पार्टी वो है, जिसमें कम पढ़े-लिखे लोग हैं। उनके आधे से ज्यादा नेताओं की डिग्रियां फर्जी हैं।

कट्टर ईमानदार वो पार्टी है, जिसके लोग पढ़े-लिखे हैं, आईआईटी के लोग हैं, डिग्रियां असली है। कट्टर ईमानदार पार्टी के पास अच्छी टीम हैं, समझ है, विजन है। कट्टर बेइमान पार्टी है, जो 24 घंटे गुंडागर्दी, लड़ाई-झगड़ा करती है। बेइमान पार्टी को पता चल जाए कि पूरे देश में किसी ने बलात्कार किया है, तो उसको पार्टी में शामिल कराने के लिए पहुंच जाते हैं और ये औरतों को गंदी-गंदी गालियां देते हैं।

वहीं, कट्टर ईमानदार पार्टी है, जो शरीफों की पार्टी है और महिलाओं की इज्जत करती है। कट्टर बेइमान पार्टी है, जो दोस्तों की फिक्र करती है, दोस्तवाद करती है और दोस्तों के लिए कुछ भी करने को तैयार है। कट्टर ईमानदार पार्टी है, जो भारत की परवाह करती है, भारतवाद करती है। कट्टर ईमानदार पार्टी है, जो भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाना चाहती है और कट्टर बेइमान पार्टी वो है, जो अपने दोस्त को दुनिया का नंबर वन बनाना चाहती है।

इन्होंने विधायकों को खरीदने में 6300 करोड़ रुपए कर दिए खर्च , जिसके कारण देश में बढ़े पेट्रोल व डीजल के दाम

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं फ्री में बिजली देना चाहता हूं, तो क्या गलत कहता हूं। पैसा स्विस बैंकों में नहीं ले जा रहा। मैं देखता हूं कि ये मेरे को बहुत गंदी-गंदी गालियां देते हैं। मैं कहता हूं कि मैं देश में स्कूल और अस्पताल बनाना चाहता हूं, दिल्ली में हमने इतने अच्छे-अच्छे स्कूल और अस्पताल बनाए हैं। जैसे ही मैं कहता हूं कि मैं स्कूल और अस्पताल बनाउंगा, वैसे ये लोग मेरे उपर केस कर देते हैं।

अब तक इन लोगों ने हमारे उपर बहुत सारे केस कर दिए हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि स्कूल और अस्पताल बनाए बिना, क्या देश की तरक्की हो सकती है, बिल्कुल नहीं हो सकती है। इसलिए आज हम इनसे दो मांग कर रहे हैं। एक यह जो ये लोग एमएलए खरीदते हैं। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गोवा, कर्नाटक, असम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार एमएलए खरीदे और अब झारखंड में एमएलए खरीदने जा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि इन्होंने 20-20 करोड़ से 50-50 करोड़ रुपए तक के एमएलए खरीदे हैं। अब तक इन्होंने 6300 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, जिसके वजह से देश में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ गए। आज देश की पहली मांग है कि ये एमएलए खरीदना बंद करो। गुंडागर्दी बहुत हो गई।

इन्होंने एमएलए की सरेआम मंडी बना रखी है। ये एमएलए खरीदना बंद करो और पेट्रोल-डीजल के दाम कम करो। दूसरी मांग है कि जो ये लोग अपने दोस्तों के कर्जे माफ करते हैं, ये सारा पैसा रिकवर किया जाना चाहिए और किसानों व स्टूडेंट्स के कर्जे माफ किए जाने चाहिए, न कि दोस्तों के माफ किए जाने चाहिए। यह बहस आजकल अमेरिका में भी चल रहा है।

अमेरिका के अंदर भी दो पार्टियां हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन साहब अभी स्टूडेंट्स के कर्जे माफ कर रहे हैं। दूसरी पार्टी है, जो इनके दोस्त की पार्टी है। वो कह रहे है कि स्टूडेंट्स के कर्जे माफ नहीं होने चाहिए, अरबपतियो के कर्जे माफ होने चाहिए। वो इसका विरोध कर रहे हैं। अमेरिका में भी वही डिबेट चल रहा है और भारत में भी यही चल रहा है कि इस देश के अंदर क्या अरबपतियों के कर्जे माफ होने चाहिए या किसानों व स्टूडेंट्स के कर्जे माफ होने चाहिए।

ये लोग अपने बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश भेजते हैं, तो क्या हम अपने बच्चों को देश के अंदर अच्छी शिक्षा नहीं दे सकते?

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं पिछले कुछ दिनों से देख रहा हूं कि टीवी में जो डिबेट चल रही हैं, उससे मैं बहुत आहत हूं कि ये चल क्या रहा है? मैं पूछ रहा हूं कि हमारा कसूर क्या है? मैं देख रहा था कि ये स्कूलों के उपर टूट पड़े हैं। इन्होंने आरोप लगाए हैं कि इतने स्कूल क्यों बना दिए? किसी भी देश में स्कूल बनाना तो अच्छी बात है। इसमें क्या गलत किया? इनका दूसरा आरोप है कि स्कूलों में इतने कमरे क्यों बना दिए? अब कमरों में बच्चे ही पढ़ रहे हैं, तो उनको क्या तकलीफ है तो वे बोले कि गरीबों के बच्चों के लिए इतने कमरों की क्या जरूर है?

गरीबों के बच्चे तो कम कमरों में भी पढ़ लेंगे। एक-एक कमरे में 100-100 बच्चों को ठूस दो, वो पढ़ लेंगे। हम गरीबों और मिडिल क्लास के बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं, तो तुमको क्या तकलीफ हो रही है। तुम अपने बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश भेजते हो, तो क्या हम अपने बच्चों को देश के अंदर अच्छी शिक्षा नहीं दे सकते? ये कहते हैं कि गरीबों के बच्चों के लिए इतने टॉयलेट क्यों बना दिए? ज्यादा टॉयलेट बनाकर हम उसका क्या करेंगे? हमारी उसमें क्या भूमिका है।

पहले ऐसा जमाना था, जब स्कूलों के अंदर टॉयलेट ही नहीं होते थे। बच्चियों को अगर जरूरत पड़ती थी, तो अपने घर जाना पड़ता था। आज अगर हमने टॉयलेट बना दिए और वहां हमारे बच्चे-बच्चियों को सुविधा मिल रही है, तो तुमको क्या तकलीफ है। फिर ये कह रहे हैं कि क्लासरूम में इतना डिजिटल बोर्ड लगाने और इतने शानदार डेस्क लगाने की क्या जरूरत थी।

गरीब, रिक्शेवाले, मजदूर के बच्चों को इतने अच्छे-अच्छे डेस्ट पर बैठ कर पढ़ने की क्या जरूरत है? डिजिटल बोर्ड की इनको क्या जरूरत है। इतना पैसा खर्च करने की क्या जरूरत थी। हम तो करेंगे और हम अच्छी शिक्षा देंगे। अब ये देश बदलेगा और अब यह देश रूकने वाला नहीं है। तुम लोगों ने इस देश के अंदर गरीबों का मजाक बना दिया था। अब इस देश के अंदर गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी और गरीबों के बच्चे आंखों में आंखें मिलाकर तुमसे सामना करेंगे।

हमारे स्कूलों में जबरदस्ती निकालते हैं कमी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये पहले कहते थे कि केजरीवाल ने एक भी स्कूल नहीं बनाया है। आजकल कहते हैं कि केजरीवाल ने ज्यादा स्कूल बना दिया। मैंने कहा कि इस देश की जो कट्टर बेइमान पार्टी है, वो अनपढ़ लोगों की पार्टी है, उनके पास डिग्री नहीं है, समझ नहीं है और ये बेवकूफों की भी पार्टी है। आजकल ये हमारे स्कूलों में घूम रहे हैं कि कुछ भी कमी निकालनी है।

जबरदस्ती कमी निकालने की क्या जरूरत है। अच्छे स्कूल बने हैं, उसकी सराहना करो और आप भी अच्छे स्कूल बनाओ। हमसे लंबी लकीर खींचो। ये स्कूल में जाते हैं और कुछ नहीं मिलता है। मैं देख रहा था कि इनका एक बहुत बड़ा नेता एक डेस्क के नीचे घुसा हुआ था और वहां कैमरा वालों को बुलाकर दिखा रहा था कि यहां पर मिट्टी है। ये क्या है? इन लोगों ने तमाशा बना रखा है। अच्छे काम को एक-दूसरे से ही सीखते हैं। अभी असम के मुख्यमंत्री के साथ ट्वीटर पर बातचीत हुई।

मैंने उनको कहा कि आपने कुछ अच्छा काम किया है, तो मैं आता हूं, मुझे भी दिखाओ और मैं भी उसे दिल्ली में करूंगा। आप दिल्ली आओ, जो मैंने अच्छा काम किया है, उसे आप अपने यहां करो। लेकिन ये न कुछ दिखाते हैं और न कुछ बताते हैं। मैंने गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी यही कहा। अभी मैं तमिलनाडु जा रहा हूं। उन्होंने बड़े अच्छे काम किए हैं और वो मुझे बुला रहे हैं। मैं जाकर वहां से सिखूंगा, वो हमसे सिखेंगे। वहीं, इनसे कितनी बार हमने कह लिया कि जो हम अच्छे काम कर रहे हैं, उसे आप सीखो और जो आपने अच्छे काम किए हैं, वो हम सिखेंगे। इस तरह की नौटंकी करने से क्या फायदा है? इससे देश का फायदा नहीं है। ये 24 घंटा मार-काट, लड़ाई-झगड़ा ही करते रहते हैं। इससे देश का फायदा नहीं होने वाला है।

मेरा एक ही सपना है कि इस देश का हर बच्चा हो शिक्षित

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं समान्य सा आदमी हूं। एक मिडिल क्लास के समान्य से परिवार में पैदा हुआ हूं। मैं आईआईटी गया और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। आज मैं जो कुछ भी हूं, मैं समझता हूं कि मेरी शिक्षा की वजह से हैं। आज मेरे दोनों बच्चे आईआईटी में पढ़ रहे हैं। बेटी आईआईटी में पढकर पास हो चुकी है। दोनों बच्चे अपने पैरों पर खड़े हैं। वो भी अपनी शिक्षा की वजह से पैरों पर खड़े हैं।

मेरा आज एक ही सपना है कि जो शिक्षा मेरे देश ने मुझे और मेरे बच्चों को दी है, वही शिक्षा मैं इस देश के हर बच्चे को दिलाउंगा। मेरे को जो शिक्षा मिली है, उसी क्वालिटी की शिक्षा इस देश के हर बच्चे को मिलनी चाहिए। इन लोगों को जो करना है, कर लें। मेरे को गिरफ्तार करना है, कर लें। हम सबको जेल में डाल दें। हमें इसकी कोई परवाह नहीं है।

दिल्ली के अंदर कानून- व्यवस्था बहुत ज्यादा खराब, एलजी साहब और केंद्र सरकार उचित कदम उठाए

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक-दो दिन पहले रिपोर्ट आई थी कि दिल्ली के अंदर कानून- व्यवस्था बहुत ज्यादा खराब हो गई है। उसको लेकर हम सब लोग बहुत चिंचित हैं। हम इसमें किसी भी किस्म की राजनीति नहीं चाहते हैं। हम चाहते हैं कि एलजी साहब और केंद्र सरकार इस बारे में जो भी उचित कदम है, वो उठाएगी। हमसे जो भी सहायता चाहिए, वो हम अपने स्तर पर करने को तैयार हैं, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो रिपोर्ट आई है, वो बहुत ज्यादा चिंताजनक है। यह दाग हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। हम चाहते हैं कि महिलाओं और सबके लिए दिल्ली सबसे सुरक्षित शहर हो। आज मैंने मीडिया में पढ़ा कि एक बच्ची को तीन लड़कों ने गोली मार दी। इसकी हम कठोर निंदा करते हैं। बता रहे हैं कि तीनों लड़के पकड़े गए हैं। इस किस्म की घटनाएं किसी भी सभ्य समाज में सोभा नहीं देते हैं और उसकी हम कड़ी निंदा करते हैं।

20-20 करोड़ रुपए में हमारे 40 विधायक खरीदने का प्लान बनाया था

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज यह जो विश्वास प्रस्ताव लाया गया है, इसका सबसे बड़ा उद्देश्य यह है कि इन लोगों ने पूरे देश के अंदर ऐसा माहौल बना दिया है कि इनको लगता है कि किसी को भी खरीदा जा सकता है, लेकिन आम आदमी पार्टी वालों को नहीं खरीदा जा सकता है। इन्होंने हमारे 40 विधायक खरीदने का प्लान बनाया था। हमारे 12 विधायकों से संपर्क किए और बोले कि 20-20 करोड़ रुपए ले लो और 40 विधायकों को ले आओ। इसके लिए इन्होंने 800 करोड़ रुपए रख रखे थे। हमारा एक भी एमएलए नहीं बिका।

इनका ऑपरेशन लोटस पूरी तरफ से फेल हो गया। हमारे कुल 62 विधायक हैं। इनमें से स्पीकर साहब अभी कनाडा गए हैं। नरेश बाल्यान आस्ट्रेलिया गए हुए हैं। सत्येंद्र जैन साहब अभी जेल में हैं। उन तीन को छोड़कर हमारे 59 विधायक सदन के अंदर मौजूद हैं। सदन में पूर्ण बहुमत के साथ विश्वास प्रस्ताव जीतने के उपरांत सीएम अरविंद केजरीवाल कहा कि मैं दिल्ली और देश के लोगों को बधाई देता हूं कि कम से कम एक ऐसी कट्टर ईमानदार पार्टी है, जो न डरती है और न लालच के आधार पर उनको तोड़ा जा सकता है।

आम आदमी पार्टी की सरकार ने सदन में 58-00 से जीता विश्वास प्रस्ताव

दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा विश्वास प्रस्ताव रखा गया था। जिस पर आज चर्चा हुई। विधानसभा की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान के समक्ष आम आदमी पार्टी के सभी विधायक सदन के अंदर खड़े होकर अपनी गिनती कराई। इस दौरान सदन में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने ‘भारत माता की जय, अरविंद केजरीवाल जिंदाबाद, भ्रष्टाचार का एक ही काल, केजरीवाल-केजरीवाल, के नारे भी लगाए।

विधायक सौरभ भारद्वाज ने डिप्टी स्पीकर से मत विभाजन की मांग की। जिसके बाद डिप्टी स्पीकर मत विभाजन के पक्ष वाले विधायकों को अपने स्थान पर खड़े रहने के लिए कहा और एक-एक विधायकों की गिनती की गई। वहीं, मत विभाजन के खिलाफ कोई नहीं खड़ा हुआ। मत विभाजन के प्रस्ताव से अलग रहने वाले विधायकों की संख्या भी शून्य रही। इस प्रकार मत विभाजन के पक्ष में 58 विधायको के मत मिले, जबकि विपक्ष में जीरो सदस्य पाए गए और तथस्ट सदस्यों की संख्या भी जीरो रही। इसके बाद डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान ने सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा लाए गए विश्वास प्रस्ताव को पूर्ण बहुमत के साथ पास कर दिया।

First published on: Sep 01, 2022 07:11 PM

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