Saturday, 20 April, 2024

---विज्ञापन---

Delhi: CM केजरीवाल ने किया कोरोना वारियर्स मेमोरियल का अनावरण, शहीद कोरोना वारियर्स के परिजनों को भी किया सम्मानित

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा परिसर में मंगलवार को कोरोना वारियर्स मेमोरियल और पुनर्निर्मित फांसी घर का अनावरण किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने शहादत देने वाले कोरोना वारियर्स के परिजनों को सम्मानित करते हुए कहा कि कोरोना वारियर्स ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की मदद की। ऐसे 31 कोरोना […]

Edited By : Yashodhan Sharma | Updated: Aug 9, 2022 22:04
Share :
दिल्ली
दिल्ली

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा परिसर में मंगलवार को कोरोना वारियर्स मेमोरियल और पुनर्निर्मित फांसी घर का अनावरण किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने शहादत देने वाले कोरोना वारियर्स के परिजनों को सम्मानित करते हुए कहा कि कोरोना वारियर्स ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की मदद की। ऐसे 31 कोरोना वारियर्स का मेमोरियल बनाया गया है। विधानसभा में आने वाले लोग इसे देखकर याद करेंगे कि इन कोरोना वारियर्स ने दूसरों के लिए अपनी जान गंवा दी।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने पुनर्निर्निमित फांसी घर का भी अनावरण किया है। यह अंग्रेजों के जमाने का बना है। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर उन लोगों को भी याद करने का मौका है, जिन्होंने हमें आजादी दिलाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। हमारा फर्ज बनता है कि हम सब लोग मिलकर ऐसा भारत बनाएं, जो अपनी शहादत देने वाले लोगों का सपना था। वहीं, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि हर वर्ष 9 अगस्त को हम अपनी शहादत देने वाले कोरोना वारियर्स को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए विधानसभा परिसर में इकट्ठा हुआ करेंगे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान, विधायक समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

दिल्ली सरकार की तरफ से हम सभी शहीद कोरोना वारियर्स के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दे चुके हैं

दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल द्वारा विधानसभा परिसर में बने कोरोना वारियर्स मेमोरियल और पुनर्निर्मित फांसी घर के अनावरण के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। कोरोना वारियर्स मेमोरियल और पुनर्निर्मित फांसी घर का अनावरण करने के उपरांत मुख्य अतिथि सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले करीब ढाई साल से हम सब लोग कोरोना की मार से जूझ रहे हैं। शायद मानव इतिहास में यह सबसे मुश्किल बीमारी आई थी। कई लोगों ने अपनी जान गंवाई। इस बीच में कई लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाने का काम किया। यह लोग अलग-अलग अस्पताल में और महकमें में तैनात थे। जब सबसे ज्यादा मुश्किल दौर था, उस वक्त इन लोगों ने अपनी जान की परवाह किए लोगों की मदद की। ऐसे 31 लोगों का दिल्ली विधानसभा परिसर में एक मेमोरियल बनाया गया है।

दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने मेमोरियल बनाने की बात सोची और इस मेमोरियल को बनाया। इसके लिए मैं उनको तहे दिल से शुक्रिया करना चाहता हूं। दिल्ली सरकार की तरफ से हम इन सभी शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दे चुके हैं। यह भी केवल दिल्ली के अंदर ही हुआ है कि कोरोना वारियर्स के परिवारों को शहादत के बाद एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी गई है। शायद पूरे देश और पूरी दुनिया के अंदर दिल्ली अकेला राज्य है, जहां इस तरह का काम किया गया। आज उन कोरोना वारियर्स के सम्मान में एक मेमोरियल बनाया गया। इससे मैं बेहद खुश हूं। विधानसभा में जो लोग आया करेंगे, वो सब लोग मेमोरियल को देखकर याद करेंगे कि यह लोग थे, जिन्होंने दूसरों के लिए अपनी जान गंवा दी।

आज हम जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं, उस खुली हवा को देने के लिए अनगिनत लोगों ने अपनी जान कुर्बान कर दी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हमने पुनर्निमित फांसी घर का भी उद्घाटन किया। यह फांसी घर अंग्रेजों के जमाने का है। यह विधानसभा काफी पुरानी है। यह अंग्रेजों के जमाने का स्ट्रक्चर है। किसी को पता नहीं था कि यहां पर फांसी घर है। सिर्फ लोग कहते थे कि यहां एक फांसी घर है। किसी ने ताला तोड़कर उसके अंदर जाने की हिम्मत नहीं की। विधानसभा अध्यक्ष जी ने ताला तुड़वाया और अंदर गए तब देखा कि किस तरह से एक साथ दो लोगों को फांसी देने का सिस्टम बना हुआ है। एक बार तो देखकर दिल दहल जाता है। आप जब कल्पना करने की कोशिश करते हैं कि किस तरह से हमारे वीरों को फांसी दी जाती होगी, तो बड़ी घबराहट सी होती है। आज हम जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं, उस खुली हवा को देने के लिए कितने अनगिनत लोगों ने अपनी जान कुर्बान कर दी। एक फांसी घर तो यहां है। ऐसे ही देश भर में पता नहीं कितने फांसी घर होंगे, जहां पर अनगिनत लोगों को फांसी पर लटकाया गया, तब हम लोगों को आजादी मिली। आज आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर उन सब लोगों को भी याद करने का मौका है, जिन लोगों ने हमें आजादी दिलाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। हमारा फर्ज बनता है कि हम सब लोग मिलकर ऐसा भारत बनाएं, जो अपनी शहादत देने वाले लोगों का सपना था।

जैसे सीमा पर एक सिपाही हमें सुरक्षित रखते हैं, वैसे ही दिल्ली में डॉक्टरों और कर्मचारियों ने हम सभी को सुरक्षित रखा

दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि दिल्ली का कोई ऐसा परिवार नहीं रहा होगा, जिसके परिवार का कोई कोरोना से पीड़ित न हुआ हो। कई परिवार ऐसे हैं, जिनके दो-तीन लोग चले गए। हम लोगों की जान बचाने में कोरोना वारियर्स ने जितना योगदान दिया है, उसकी जितनी तारीफ की जाए, वो कम है। कोरोना के विरुद्ध युद्ध में उन्होंने अपने प्राण भी न्यौछावर किया। कई-कई दिन वो अपने घर नहीं गए। अपने बच्चों की चिंता नहीं की कि उनसे मिलना है या नहीं मिलना है। उस स्थिति में उन्होंने दिल्ली को सुरक्षित रखा। सीमा पर एक सिपाही सुरक्षित रखते हैं और हम सभी को दिल्ली में इन डॉक्टरों और कर्मचारियों को सुरक्षित रखा। इसलिए उनकी याद में यह यादगार स्मारक बनाया गया है। लोगों की सेवा करते हुए शहीद होने वाले 31 लोगों के नाम विभिन्न अस्पतालों से हमारे पास आए थे। उनके नाम एक यहां एक शिलापट्ट लगा है। यहां हर वर्ष 9 अगस्त को अपने कोरोना योद्धाओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए हम सभी इकट्ठा हुआ करेंगे।

उन्होंने कहा कि लालकिले में बंद क्रांतिकारियों को विधानसभा परिसर में स्थित फांसी घर में फांसी दी जाती थी। वह कमरा बहुत दिनों से बंद पड़ा था। उस फांसी घर को बहुत सुंदर रूप दिया गया है। पुनर्निमित फांसी घर लोगों के मन को छुएगा और लगेगा कि वो अपने परिवार और दोस्तों को बुलाकर दिखाएं। दिल्ली विधानसभा का प्रांगण लगातार हमारे शहीदों के प्रति समर्पित और प्रेरणा दायक होता जा रहा है।

हमारे डॉक्टर्स व मेडिकल स्टॉफ ने बिना डरे कोरोना ग्रसितों के बीच काम किया और देशवासियों को सुरक्षित रखने का काम किया

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हर समय की अपनी चुनौती होती है और कुछ लोग अपनी जान की परवाह किए बिना उन चुनौतियों से लड़ते है और लोगों की रक्षा करने का काम करते है और उनके बलिदान व उनके त्याग को देश हमेशा याद करता है। उन्होंने कहा कि आजादी की क्रांति के दौरान देश के सामने अंग्रेजो की चुनौती थी और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने उन चुनौतियों से लड़ने का काम किया। वहीं, दो साल से कोरोना की चुनौती थी जिससे लड़ने का और लोगों की रक्षा करने का काम हमारे डॉक्टर्स-मेडिकल स्टाफ, हमारे कोरोना वारियर्स ने किया। उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर्स व मेडिकल स्टॉफ ने बिना डरे कोरोना ग्रसितों के बीच जाकर लगातार काम कर अपना फर्ज निभाया और देशवासियों को सुरक्षित रखने का काम किया। हम सब उनके इस जज्बे को सलाम करते है।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने शहादत देने वाले कोरोना वारियर्स के परिजनों को किया सम्मानित

इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के दौरान लोगों की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाने वाले कोरोना वारियर्स के परिवार के लोगों को सम्मानित किया गया। जिसमें सीएमओ डॉ. संजय कुमार, नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. परविंदर पाल सिंह, दिल्ली सरकार के डिस्पेंसरी में तैनात सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. आभा भंडारी, एलएनजेपी के विशेषज्ञ डॉ. आसीम कुमार, मेडिकल ऑफिसर डॉ. हितेश गुप्ता, मेडिकल ऑफिसर डॉ. जावेद अली, सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह, प्रिंसिपल ओमपाल, विशेषज्ञ डॉ. संजीव कुमार, डॉ. अनस मुजाहिद, टेक्निकल सुपरवाइजर चरण सिंह, सुपरवाइजर अजय कुमार, लैब टेक्निशियन जग प्रवेश डागर, जुनियर रेजिडेंट डॉ. जोगिंदर कुमार चौधरी, नीतिन तंवर, नर्सिंग ऑफिसर राजकुमार अग्रवाल समेत अपनी शहादत देने वाले 31 कोरोना वारियर्स के परिवार को सम्मानित किया गया।

First published on: Aug 09, 2022 10:04 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें