नई दिल्ली: दिल्ली में भाजपा के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। दिल्ली के लोगों ने आज गगनचुंबी ओखला का कूड़े का पहाड़ देखा है। विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा सांसद 5 साल से झूठ फैला रहे थे कि कूड़े के पहाड़ खत्म कर दिए, जबकि वह और फैल गए हैं। कूड़े के पहाड़ पर पुलिस का पहरा इसलिए लगा रखा है कि आगे जाकर लोग इनकी वीडियो-फोटो ना ले सकें।
भाजपा 15 साल की सरकार के अंदर अगर कूड़े के पहाड़ खत्म नहीं कर पायी, तो अब क्या कर पाएगी? दिल्ली के उत्तर में भलस्वा, दक्षिण में ओखला और पूर्व में गाजीपुर कूड़े का पहाड़ बनाने के बाद भाजपा पश्चिम में भी कूड़े का पहाड़ बनाकर सीएम केजरीवाल की दिल्ली बदनाम करना चाहती है। विधायक सहीराम ने कहा कि घनी आबादी के पास कूड़े का पहाड़ बनने से लोग कैंसर, दमा, टीवी से पीड़ित हो गए है। भू जल पीने लायक नहीं बचा है। विधायक करतार सिंह ने कहा कि कूड़े के निस्तारण के लिए लगाई गई मशीनें में भी बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है। मशीनों की कीमत से ज्यादा 2 साल के भीतर किराया दिया जा चुका है।
आम आदमी पार्टी के विधायक “भाजपा का चमत्कार देखो कूड़े का पहाड़ देखो” अभियान के दूसरे दिन आज ओखला लैंडफिल साइट पर पहुंचे। विधायक सौरभ भारद्वाज के नेतृत्व में बड़ी संख्या में दक्षिणी दिल्ली के लोगों ने कूड़े का पहाड़ देखा। लेकिन गाज़ीपुर लैंडफिल साइट की तरह दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगाकर लोगों को ओखला लैंडफिल साइट पर जाने से रोक दिया। ऐसे में जमकर भाजपा शासित एमसीडी और दिल्ली पुलिस के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की। हालांकि कूड़े का पहाड़ ऐसा था कि दूर से भी लोगों को स्पष्ट दिखाई दे रहा था।
इस दौरान विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज की मुहिम का नाम “भाजपा का चमत्कार देखो कूड़े का पहाड़ देखो” है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद पिछले 5 साल से झूठ फैला रहे थे कि दिल्ली के अंदर कूड़े के पहाड़ खत्म कर दिए। आज दिल्ली के लोगों को हम उसी कूड़े की एक पहाड़ पर लेकर आए हैं।
यहां पर पुलिस का पहरा इस वजह से लगा का रखा है कि जनता आगे जाकर इनकी वीडियो-फोटो ना ले सके। इनका झूठ बेनकाब न हो सके। कूड़े के पहाड़ों को साफ करने का ज्यादातर पैसा दिल्ली सरकार देती है। लेकिन एमसीडी के भ्रष्टाचार के चलते कूड़े के पहाड़ खड़े हैं। एमसीडी के अधिकारियों के मुताबिक इन पहाड़ों को खत्म होने में 200 साल लगेंगे। 200 साल तक हम में से कोई भी जीवित नहीं रहेगा। यह कूड़े के पहाड़ सबके सामने मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि हम दिल्ली वालों को बताना चाहते हैं कि भाजपा 15 साल की सरकार के अंदर अगर कूड़े के पहाड़ खत्म नहीं कर पायी, तो अब क्या कर पाएगी? दिल्ली को सिर्फ बदनाम करने का काम इन्होंने किया है। दिल्ली में उत्तर से आने पर भलस्वा, दक्षिण से ओखला और पूर्व से आने पर गाजीपुर का कूड़े का पहाड़ दिखता है। भारतीय जनता पार्टी कह रही है कि अब एक पश्चिम में भी कूड़े का पहाड़ बनाना है। जिससे की अरविंद केजरीवाल की दिल्ली बदनाम हो जाए और दिल्ली वाले बदनाम हो जाएं।
तुगलकाबाद विधायक सहीराम पहलवान ने कहा कि जब यहां कूड़ा डलना शुरू हुआ था, तब 2012 में इसको बंद करना था। दुर्भाग्य से 2012 से अब तक ऐसे ही चल रहा है। यहां पर हजारों साल पुराना तुगलकाबाद गांव और केंद्र सरकार का ईएसआई हॉस्पिटल भी है। यहां लोग अपना इलाज कराने के लिए आते हैं लेकिन कूड़े के पहाड़ की वजह से और बीमारियां लेकर जाते हैं। साथ में घनी आबादी है जो कि कैंसर, दमा, टीवी से पीड़ित है। यहां दिल्ली जल बोर्ड का भू जल भी इतना दूषित हो गया है जो कि पीने लायक भी नहीं है। यह दुर्भाग्य की बात है कि भारतीय जनता पार्टी इतने भ्रष्टाचार के बावजूद भी कूड़े के पहाड़ को खत्म नहीं कर पाई।
छतरपुर विधायक करतार सिंह तंवर ने कहा कि यह बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है जो कि 15 वर्ष में निगम की भाजपा सरकार ने किया है। यहां पर कूड़े के निस्तारण के लिए जो मशीनें लगाई गई हैं, उनमें भी बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है। जितनी मशीनों की कीमत है उससे ज्यादा 2 साल के भीतर उनका किराया दिया जा चुका है।
इस तरह से यह काम हो रहा है, उस हिसाब से 150 से 200 साल तक खत्म नहीं हो सकता। जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। इससे भूजल दूषित हो चुका है। केंद्र सरकार के अस्पताल में इलाज कराने आने वाले लोग इस कूड़े के पहाड़ की वजह से बीमार होकर जाते हैं। दक्षिणी दिल्ली की सारी जनता इस कूड़े के पहाड़ को देखने के लिए आई है। क्योंकि कई वर्षों से झूठा प्रचार भाजपा के सांसद कर रहे थे कि हमने कूड़े के पहाड़ को खत्म कर दिया है लेकिन यह दिखाई दे रहा है। यह उल्टा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
“आप” की ओर से एक माह तक चलाया जाएगा प्रदेशव्यापी कूड़ा विरोधी अभियान
आम आदमी पार्टी की ओर से 14 सितंबर से 14 अक्टूबर तक प्रदेशव्यापी कूड़ा विरोधी अभियान शुरू किया गया है। इसके पहले चरण में तीन दिन का “भाजपा का चमत्कार देखो, कूड़े का पहाड़ देखो” अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तीसरे दिन 16 सितंबर को दिल्ली के लोगों को भलस्वा लैंडफिल साइट दिखाई जाएगी।