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बिहार

पिता से अलग हुए तेज प्रताप यादव को मिली करारी हार, महुआ में क्यों नहीं जीत पाए जनता का भरोसा?

महुआ सीट पर हुए चुनाव के परिणाम जारी हो गए है. यहां तेज प्रताप यादव को करारी हार का सामना करना पड़ा. इस सीट से जीते LJP प्रत्याशी से तेज प्रताप 51,938 वोटों से पीछे रहे.

Author Written By: Mikita Acharya Author Published By : Mikita Acharya Updated: Nov 14, 2025 18:53
Tej pratap
Photo-News24 GFX

Mahua Election Result: महुआ विधानसभा सीट पर तेजप्रताप को करारी हार मिली है, उन्हें LJP के संजय कुमार 35 हजार से वोटों के अंतर से हराया है. नतीजों के बाद उनके समर्थकों में मायूसी है. इस बार तेज प्रताप अपनी नई जनशक्ति जनता दल से चुनावी मैदान में आए थे. तेजप्रताप ने चुनाव में विकास, बेरोजगारी और स्थानीय समस्याओं को मुद्दा बनाया था, लेकिन मतदाताओं ने इस बार किसी और उम्मीदवार पर भरोसा जताया. 

तेज प्रताप की हार के 5 कारण

1. नई पार्टी पर भरोसा न बन पाना

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तेज प्रताप इस बार अपनी नई पार्टी के टिकट पर मैदान में थे. कई वोटरों को लगा कि नई पार्टी के पास न अनुभव है, न मजबूत स्थानीय नेटवर्क. इसका असर सीधा उनके वोट बैंक पर पड़ा.

2. संगठन की कमजोरी और सीमित जमीनी पकड़

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महुआ में संगठन खड़ा करने के लिए वक्त चाहिए था, जो उन्हें नहीं मिल पाया. चुनावी बूथों तक पकड़ कमजोर थी, और इसका फायदा प्रतिद्वंदियों ने उठा लिया.

3. स्थानीय मुद्दों पर मजबूत पकड़ न दिखना

मतदाताओं का कहना था कि स्थानीय सड़क, पानी और रोजगार जैसे मुद्दों पर तेज प्रताप ने पिछले सालों में वही मजबूती नहीं दिखाई, जिसकी उम्मीद थी. जनता ने इस बार व्यावहारिक काम को तवज्जो दी.

4. RJD से अलग होने का नुकसान

RJD से अलग होने के बाद पुराना कैडर पूरी तरह सक्रिय नहीं दिखा. पार्टी बदलने का असर उनकी छवि और वोटों- दोनों पर साफ नजर आया.

5. प्रतिद्वंदियों की आक्रामक रणनीति

इस चुनाव में बाकी उम्मीदवार ज्यादा आक्रामक और संगठित रहे. घर-घर जाकर प्रचार और लगातार संपर्क बनाए रखने की वजह से उन्होंने बढ़त बना ली, जिसे तेज प्रताप अंत तक नहीं तोड़ सके.

First published on: Nov 14, 2025 06:22 PM

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