Bihar Chunav 2025: इस बार फिर भागलपुर जिले की नाथनगर विधानसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हैं. यह सीट न केवल सामाजिक और धार्मिक दृष्टि से संवेदनशील मानी जाती है, बल्कि राजनीतिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण है. 2020 के विधानसभा चुनाव में यहां राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने जीत हासिल कर एक बड़ा उलटफेर किया था.
2020 के नतीजे में आरजेडी ने तोड़ा जदयू का लंबा रिकॉर्ड
2020 के नाथनगर विधानसभा चुनाव में मुकाबला काफी रोचक रहा. विजेता अली अशरफ सिद्दीकी (आरजेडी) रहे थे. उनको 78,832 वोट मिले थे. जदयू के लक्ष्मी कांत मंडल को 71,076 वोट मिले थे. तीसरे स्थान पर अमर नाथ प्रसाद उर्फ अमर सिंह कुशवाह रहे थे. इस जीत के साथ आरजेडी ने नाथनगर में जदयू की लगातार जीत की परंपरा को तोड़ दिया था.
नाथनगर सीट का राजनीतिक इतिहास
नाथनगर विधानसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास उतार-चढ़ाव भरा रहा है. 2000 के बाद के छह चुनावों में लगातार जनता दल (यूनाइटेड) ने इस सीट पर कब्जा बनाए रखा, जिसमें से एक बार समता पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी. हालांकि, 2020 में लोजपा के अलग होने और आरजेडी-जदयू के बीच बदलते समीकरणों का असर नाथनगर पर भी दिखा और इस बार मतदाताओं ने बदलाव का मन बनाया.
मतदाता प्रोफाइल
नाथनगर विधानसभा सीट एक मिश्रित आबादी वाला क्षेत्र है, जहां ग्रामीण और शहरी, दोनों प्रकार के मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2020 में यहां कुल मतदाता 3,26,124 थे. इस सीट पर 22 फीसदी मुस्लिम मतदाता है. 2024 के लोकसभा चुनाव तक मतदाताओं की संख्या बढ़कर 3,40,735 तक है. मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग के मतदाता यहां के चुनावी समीकरणों को गहराई से प्रभावित करते हैं.










