Bihar Chunav 2025: भागलपुर लोकसभा क्षेत्र की छह विधानसभा सीटों में से एक गोपालपुर विधानसभा लंबे समय से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का गढ़ रही है. गोपालपुर विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर होगी. यह सीट हमेशा से चर्चा का विषय रही है. जेडीयू के शैलेश कुमार यहां से बड़ा चेहरा है. उनको प्रतिद्वंदी कड़ी टक्कर दे रहे है. कुल 2,89,729 मतदाताओं वाली इस सीट पर पुरुष वोटर 1,46,166 और महिला वोटर 1,43,552 हैं. थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या 11 है. सीट की ग्रामीण आबादी 85 प्रतिशत से अधिक है.
2005 से है कब्जा
गोपालपुर विधानसभा में आजादी के बाद कांग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टी का प्रभुत्व रहा. बाद में राजद और जनता दल ने यहां जीत दर्ज की. राजद के अमित राणा दो बार विधायक बने. लेकिन 2005 में जदयू प्रत्याशी नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने पहली बार यहां जीत दर्ज कर जदयू का कब्जा मजबूत किया.
चार बार की लगातार जीत
2005 में गोपाल मंडल ने अमित राणा को करीब 15 हजार वोटों से हराया. 2010 में अमित राणा से सीधी टक्कर में 25 हजार से अधिक मतों से जीत. 2015 में भाजपा के पूर्व सांसद अनिल कुमार यादव को 5 हजार वोटों से मात दी. 2020 में राजद के शैलेश कुमार को 75,533 वोटों के मुकाबले 51,072 वोटों से हराकर चैथी बार विधायक बने.
सामाजिक समीकरण
गोपालपुर विधानसभा में चार प्रखंड शामिल हैं. नवगछिया, गोपालपुर, रंगरा और इस्माइलपुर. नवगछिया यादव और वैश्य बहुल इलाका है, गोपालपुर में भूमिहार, जबकि रंगरा और इस्माइलपुर में गंगोता समुदाय की संख्या अधिक है. वैश्य और सवर्ण वोटर यहां निर्णायक साबित होते रहे हैं.
इस बार क्या रहेगा समीकरण ?
गोपालपुर में जदयू का लगातार चार बार जीतना इस बार भी चर्चा का विषय है. हालांकि एंटी-इनकंबेंसी और गोपाल मंडल की विवादित गतिविधियों के कारण चुनावी मैदान रोचक रहने की संभावना है. विश्लेषक मानते हैं कि इस सीट पर सामाजिक समीकरण और पार्टी रणनीति निर्णायक भूमिका निभाएंगे.
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