Bihar Chunav 2025: बांका जिले की अमरपुर विधानसभा सीट भी एक अहम केंद्र बनी हुई है. यह सीट न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि क्षेत्रीय समीकरणों और सामाजिक संतुलन के कारण भी खास मानी जाती है. 2020 में यहां जनता दल (यूनाइटेड) ने जीत दर्ज कर अपनी स्थिति मजबूत की थी.
जदयू ने मामूली अंतर से मारी थी बाजी
2020 के विधानसभा चुनाव में अमरपुर सीट पर मुकाबला कड़ा और दिलचस्प रहा. जदयू के जयंत राज ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. उनको 54 हजार वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर रहे जितेंद्र सिंह को 51 हजार वोट मिले थे. महज 3 हजार के मामूली अंतर से यह सीट जदयू के खाते में गई थी.
अमरपुर सीट का राजनीतिक इतिहास
अमरपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास कई दिलचस्प मोड़ों से गुजरा है. अब तक यहां 16 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें कांग्रेस को 4 बार जीत मिली (1985 तक) इसके बाद आरजेडी और जदयू को 3-3 बार जीत का अवसर मिला. इसके अलावा इस सीट से जनता दल, जनता पार्टी, संयुक्त समाजवादी पार्टी, भारतीय जनसंघ और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी जीत दर्ज की है.
अमरपुर की जनता का मतदाता प्रोफाइल
अमरपुर एक मिश्रित आबादी वाला क्षेत्र है जहां ग्रामीण मतदाता बहुमत में हैं. 2020 में कुल मतदातारू 2,95,587 थे. यहां का चुनावी रुझान जातीय समीकरणों, स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवार की छवि पर निर्भर करता है. यादव, राजपूत, कोइरी, दलित और मुस्लिम मतदाता यहां की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
स्थानीय मुद्दे और विकास की जरूरतें
अमरपुर के मतदाता लंबे समय से कुछ मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं. सड़क और जल निकासी की समस्या यहां सबसे ज्यादा है. युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की कमी है. शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति है.
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