Virender Sehwag on Joining Politics: टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग जितना अपनी बेखौफ बल्लेबाजी के लिए फेमस रहे, उतने ही वे अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में हैं। सहवाग ने अब एक नई चर्चा छेड़ दी है। दरअसल, उन्होंने विश्व कप में टीम इंडिया का नाम ‘भारत’ रखने की मांग की है। सहवाग ने इसके साथ ही खुद के पॉलिटिक्स जॉइन करने पर चुप्पी भी तोड़ दी है।
इंडिया अंग्रेजों द्वारा दिया गया नाम
सहवाग ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी वजह बताते हुए कहा था कि मेरा हमेशा से मानना रहा है कि नाम ऐसा होना चाहिए जो हममें गर्व पैदा करे। हम भारतीय हैं, इंडिया अंग्रेजों द्वारा दिया गया एक नाम है। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि हमारे मूल नाम ‘भारत’ को आधिकारिक तौर पर वापस पाने में बहुत समय लग गया है। मैं बीसीसीआई से आग्रह करता हूं कि इस विश्व कप में हमारे खिलाड़ियों के सीने पर ‘भारत’ हो।
I have always believed a name should be one which instills pride in us.
We are Bhartiyas ,India is a name given by the British & it has been long overdue to get our original name ‘Bharat’ back officially. I urge the @BCCI @JayShah to ensure that this World Cup our players have… https://t.co/R4Tbi9AQgA— Virender Sehwag (@virendersehwag) September 5, 2023
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सहवाग का ऐसा कहते ही उन पर इसके पक्ष और विपक्ष में कमेंट्स की बौछार होने लगी। इसी क्रम में एक यूजर ने उन पर तंज कसते हुए कहा- मैं हमेशा सोचता था कि आपको गौतम गंभीर से पहले सांसद बनना चाहिए था। सहवाग ने इस पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखकर जवाब दिया। इसके साथ ही उन्होंने खुद के राजनीति में भी आने पर चुप्पी तोड़ डाली।
I am not at all interested in politics. Have been approached by both major parties in the last two elections. My view is that most entertainers or sportsman should not enter politics as most are their for their own ego and hunger for power and barely spare genuine time for… https://t.co/wuodkpp6HT
— Virender Sehwag (@virendersehwag) September 5, 2023
मुझे राजनीति में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं
उन्होंने लिखा- मुझे राजनीति में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं है। पिछले दो चुनावों में दोनों बड़ी पार्टियों ने मुझसे संपर्क किया है। मेरा विचार है कि अधिकांश एंटरटेनर्स या प्लेयर्स को राजनीति में नहीं आना चाहिए क्योंकि अधिकांश अपने अहंकार और सत्ता की भूख की वजह से लोगों के लिए बामुश्किल समय निकाल पाते हैं।
हालांकि सहवाग ने आगे इसे स्पष्ट करते हुए लिखा- कुछ अपवाद जरूर हैं, लेकिन आम तौर पर ज्यादातर केवल अपनी ‘पीआर’ करते रहते हैं। मुझे क्रिकेट से जुड़ना और कमेंट्री करना पसंद है। मैं कभी भी ‘पार्ट टाइम’ सांसद बनना पसंद नहीं करूंगा।