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दिल्ली से भी छोटे हैं ये 5 देश, आकार जानकर रह जाएंगे दंग
दुनिया में कई छोटे-छोटे देश हैं जिनका आकार दिल्ली से भी कहीं छोटा है। इन देशों की खासियत यह है कि ये भले ही आकार में छोटे हों, लेकिन अपनी संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता में इनका कोई जवाब नहीं है। इन देशों की जनसंख्या भी कम है और इनके क्षेत्रफल की तुलना में इनका प्रभाव विश्व स्तर पर अधिक होता है। आज हम आपको ऐसे 5 देशों के बारे में बताएंगे जो आकार में दिल्ली से भी छोटे हैं।
वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है। इसका आकार इतना छोटा है कि इसका क्षेत्रफल केवल 0.44 वर्ग किलोमीटर है, यानी लगभग 3-4 बड़े घरों के बराबर। यह देश रोम (इटली) के अंदर स्थित है। यहां पर पोप रहते हैं, जो कैथोलिक धर्म के सबसे बड़े नेता हैं। इसे धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व दिया जाता है।
मोनाको दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश है। इसका क्षेत्रफल 1.95 वर्ग किलोमीटर है। यह देश फ्रांस के पास स्थित है और यहां की जीवनशैली बहुत ही शानदार है। मोनाको को अपने कैसिनो और लग्जरी जीवन के लिए जाना जाता है। यहां पर फेमस कार रेस (फॉर्मूला 1) भी होती है।
नाऊरू एक छोटा सा द्वीप देश है जो प्रशांत महासागर में स्थित है। इस देश का क्षेत्रफल 21 वर्ग किलोमीटर है, यानी बहुत ही छोटा। यह देश फॉस्फेट (एक प्रकार का मिनरल) से भरपूर है और इसकी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से इस मिनरल के खनन पर आधारित है।
तुवालू भी एक छोटा सा द्वीप राष्ट्र है, जिसका क्षेत्रफल केवल 26 वर्ग किलोमीटर है। यह भी प्रशांत महासागर में स्थित है। तुवालू में बहुत कम लोग रहते हैं और यह देश खतरे में है क्योंकि समुद्र का स्तर बढ़ने के कारण इसे डूबने का खतरा है। यह देश पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है।
सैन मैरिनो एक छोटा सा देश है, जिसका क्षेत्रफल 61 वर्ग किलोमीटर है। यह इटली के अंदर स्थित है और यह दुनिया का सबसे पुराना गणराज्य होने का दावा करता है। सैन मैरिन का इतिहास बहुत पुराना है और यह जगह अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए फेमस है।