प्रशांत देव, नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन (इंटरपोल) ने बड़ा खुलासा किया है। इंटरपोल ने दुनियाभर की एजेंसियों को आगाह किया है कि आतंकी समूह कोरोना वैक्सीन को लेकर नई साजिश रच रहे हैं। इंटरपोल ने दावा किया है कि आतंकी संगठन कोविड-19 के नकली वैक्सीन का प्रचार कर सकते हैं और उन्हें सीधे आमने-सामने या इंटरनेट के जरिए बेचने की ताक में हैं।
इंटरपोल ने कहा कि जिस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है, आतंकवादी समूह अपनी ताकत और प्रभाव मजबूत करने के लिए इस वायरस का इस्तेमाल कर रहे हैं। इंटरपोल इस अलर्ट के बाद भारत समेत दुनियाभर की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है।
इंटरपोल ने कहा कि 'जैसे कि कोविड-19 मामले कुछ क्षेत्रों में घट रहे हैं और अन्य कुछ जगहों पर बढ़ रहे हैं, रिपोर्ट आतंकवादी नेटवर्क, हिंसक चरमपंथी समूहों और अन्य संभावित खतरनाक नॉन स्टेट एक्टर्स की ओर से प्रतिक्रिया की निगरानी करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता को रेखांकित करती है।'
इंटरपोल के महासचिव जुर्गेन स्टॉक ने दुनियाभर को सचेत करते हुए कहा है कि सभी अपराधियों की तरह ही आतंकवादी भी कोविड-19 से लाभ कमाने के लिए, पैसा बनाने के लिए और अपने आधार को मजबूत करने लिए प्रयासरत हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि 'हमारी आतंकवाद आकलन रिपोर्ट कानून प्रवर्तन को इन चुनौतीपूर्ण खतरों की पहचान करने और उन्हें दूर करने में मदद करने के लिए एक और उपकरण है, जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में जारी की गई है।'
आपको बता दें कि इस महीने की शुरूआत में इंटरपोल ने अपने 194 सदस्य देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को वैश्विक अलर्ट जारी किया था कि संगठित अपराध नेटवर्क शारीरिक और ऑनलाइन दोनों ही तरीके से कोविड-19 वैक्सीन को निशाना बना सकते हैं। इंटरपोल द्वारा जारी किए गए बयान में ऑरेंज नोटिस के साथ कोविड-19 और फ्लू के नकली रूप, उनकी चोरी और अवैध विज्ञापन के संबंध में संभावित आपराधिक गतिविधि की बात कही गई है।
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