इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार के रूप में तैनात सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। असीम बाजवा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। हालांकि, वह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के प्रमुख के रूप में काम करना जारी रखेगा।
पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए, असीम बाजवा ने अपने इस्तीफे की घोषणा की है। पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा के इस्तीफे के घंटों बाद उनकी मीडिया टीम ने भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया। असीम बाजवा ने कहा कि अपने परिवार के निर्देश के बाद उन्होंने विशेष सलाहकार का पद छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी सभी ऊर्जा को CPEC में लगाने का फैसला किया है, क्योंकि हमने सोचा कि वर्तमान में CPEC प्राधिकरण को बहुत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
पाकिस्तानी प्रधानमात्री इमरान खान के बेहद करीबी माने जाने वाले असीम बाजवा ने कहा है कि सरकार के सूचना विंग में कई अन्य योग्य लोग हैं, इसलिए वह अपना ध्यान CPEC पर रखेंगे। उन्होंने कहा कि CPEC को लेकर एक उत्कृष्ट टीम का गठन किया जा रहा है और पूरा मंत्रिमंडल बहु-अरब डॉलर की परियोजना पर केंद्रित है। भ्रष्टाचार के आरोपों पर असीम बाजवा ने कहा कि मेरे पास संपत्ति से संबंधित सभी दस्तावेज हैं। एक पाकिस्तानी नागरिक के रूप में मैं किसी भी मंच पर मनी ट्रेल, कागजात या किसी भी तरह के सबूत देने के लिए तैयार हूं।
लगा भ्रष्टाचार का आरोप
पाकिस्तानी सेना और चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर के अध्यक्ष पद पर रहते हुए बाजवा पर अरबों रुपये की दौलत बनाने का आरोप लगा है। उन्होंने देश से गद्दारी करते हुए चार देशों में 99 कंपनियां और 133 पापा जॉन पिज्जा के रेस्त्रां बनाए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बाजवा के परिवार का साम्राज्य 4 देशों में फैला हुआ है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है।
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