नई दिल्ली: पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर की 2017 में हत्या कर दी गई थी। कहा जाता है कि उस वक्त बेनजीर भुट्टो अपने सियासी विरोधियों के लिए बहुत बड़ा खतरा बन चुकी थी, इसी वजह से साजिशन उनका कत्ल कर दिया गया। 13 साल बाद पाकिस्तान में सियासी खूनी साजिश की वही कहानी एक बार फिर दोहराई जा रही है। एक खुलासे में दावा किया गया है कि पाकिस्तान की मौजूदा सरकार ने विपक्ष के बहुत एक बड़े लीडर के मर्डर का प्लान तैयार कर लिया है और इस खूनी प्लान का नाम ऑपरेशन बेनजीर है।
नवाज शरीफ की बेटी मरियम अचानक ही पाकिस्तानी की जालिम हुकूमत की आंखों का सबसे बड़ा कांटा बन चुकी है। इतना बड़ा कांटा कि इसे जड़ से उखाड़ फेंकने की रची जा चुकी है, एक बेहद घिनौनी और खूनी साजिश। मरियम नवाज के तेवरों की वजह से इमरान खान को तख्तापलट का डर सता रहा है। बताया जा रहा है कि ये डर इतना बड़ा है कि पाकिस्तान की हुकूमत ने मरियम को ही रास्ते से हटाने का प्लान तैयार कर लिया।
मरियम के कत्ल की तारीख 25 अक्टूबर 2020 तय हुई है। 25 अक्टूबर को बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में विपक्ष के गठबंधन की एक बड़ी रैली है। इस रैली में मरियम नवाज सहित तमाम बड़े लीडर्स का आना तय है। एक सनसनीखेज खुलासे के मुताबिक, इसी रैली में एक फिदाइन हमले के जरिए मरियम नवाज के काम तमाम करने का एक खूनी प्लान बन चुका है।
माना जा रहा है कि मरियम नवाज को रास्ते से हटाने का पूरा प्लान किसी और ने नहीं बल्कि जिस शख्स ने तैयार किया है, उसका नाम जनरल कमर जावेद बाजवा है। कराची और गुजरांवाला से विपक्ष ने इमरान और बाजवा के खिलाफ जिस ऐलान-ए-जंग का आगाज़ किया, उसे कुचलने के लिए बाजवा ने खुद ब्लू प्रिंट तैयार किया है। इस ब्लूप्रिंट के मुताबिक, विपक्ष के बड़े नेताओं को एलिमिनेट करने साजिश रची गई है। इस लिस्ट में मरियम नवाज का नाम सबसे ऊपर है।
18 अक्टूबर को रावलपिंडी के आर्मी हेडक्वॉर्टर में खुफिया मीटिंग हुई। इस बैठक को जनरल बाजवा के आदेश पर बुलाया गया था। इसमें ISI चीफ फैज हमीद भी शामिल थे। बैठक में सेना के सभी कोर कमांडर भी बुलाए गए थे। बैठक में हमले की जिम्मेदारी ISI को सौंपी गई। ISI को मौका मिलने पर रैली से भी पहले हमला करने की छूट दी गई।
मतलब साफ है कि इमरान और बाजवा मिलकर मरियम नवाज को रास्ते से हटाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। इमरान खान को उखाड़ फेंकने के लिए 11 विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं। पहले कराची, फिर गुजरांवाला और अब बलूचिस्तान के क्वेटा में रैली होनी है। कुछ दिनों पहले बाजवा की सेना कराची में मरियम के पति कैप्टन सफदर को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मरियम इमरान और बाजवा पर और भी हमलावर हो गईं। इमरान खान और कमर जावेद बाजवा मरियम नवाज़ के तीखे हमलों से बुरी तरह बौखला गए हैं।
इस घिनौनी साज़िश को अंजाम देने के लिए इमरान और बाजवा कोरोना के लिए बनाई गई टाइगर फोर्स का इस्तेमाल करने वाले हैं। ISI इसे हैंडल करेगी, इसके लिए टाइगर फोर्स में जैश और हिज़्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के साथ-साथ आत्मघाती हमलावर भी शामिल किए गए हैं। ये हमला इन्हीं आतंकियों से कराने की साज़िश है। हमले के बाद किसी भी गड़बड़ी से निपटने के लिए सेना को भी अलर्ट किया गया है। मतलब साफ है कि पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो जैसे हत्याकांड को एक बार फिर दोहराने की साजिश तैयार है।
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