नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर दुनियाभर में इंतजार चल रहा है। हाल ही वैक्सीन बना रही कंपनी फाइजर इंक ने कहा है कि इसकी प्रायोगिक COVID-19 वैक्सीन 90% से अधिक प्रभावशाली साबित हुई है। यह कोरोना के खिलाफ जंग में एक बड़ी जीत है। कंपनियों ने कहा कि उन्हें वैक्सीन के अब तक कोई गंभीर परिणाम नहीं मिले हैं।
टीका के आपातकालीन उपयोग के लिए इस महीने अमेरिकी अनुमति मिलने की उम्मीद है। कुछ देश जल्द ही टीकाकरण अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इसमें ब्रिटेन सबसे पहले टीकाकरण शुरू कर सकता है। भारत में भी वैक्सीन की तैयारियों और वितरण को लेकर अंतिम रूप दिया जा रहा है। कोरोना वैक्सीन की इन बेहतर खबरों के साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि वैक्सीन जल्द ही आ सकती है और जल्द ही टीकाकरण अभियान शुरू हो सकता है।
इस बीच रूस ने भी कोरोना वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर दे दी है। रूस के गमालेया राष्ट्रीय महामारी विज्ञान एवं सूक्ष्मजीव अनुसंधान संस्थान द्वारा तैयार किए जा रहे Covid-19 के स्पूतनिक-5 नामक टीका परीक्षण में 92 प्रतिशत तक प्रभावी मिला है। रूस में हो रहे तीसरे चरण के ट्रायल से प्राप्त प्रथम अंतरिम आंकड़ों के आधार पर यह पुष्टि की गई है। सितंबर 2020 में डॉ रेड्डडीज और आरडीआईएफ ने sputnik v-5 टीके के क्लिनिकल ट्रायल और भारत में इसके वितरण के लिए समझौता हुआ था। इसके तहत आरडीआईएफ, टीके की एक हजार करोड़ खुराक डॉ रेड्डीज को उपलब्ध कराएगा। इसके परीक्षण में 40 हजार वॉलेंटियर्स ने हिस्सा लिया था।
इन परीक्षणों में 16,000 से अधिक स्वयंसेवियों पर टीके के प्रभाव का अध्ययन किया गया, जिन्हें पहला इंजेक्शन दिये जाने के 21 दिन बाद टीका या प्लेसिबो दिया गया। भारत में चल रहे टीकों के परीक्षण अभी तक बेहतर आए हैं। रूस की ओर से कहा गया है कि कोरोना वायरस के 20 मामलों के सांख्यिकीय विश्लेषण के नतीजे में पता चला कि दूसरी खुराक दिए जाने बाद स्पूतनिक-5 टीका 92 प्रतिशत तक प्रभावी है।
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