नई दिल्ली: अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच सितंबर से चल रहा युद्ध (Armenia Azerbaijan War) थमने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों देशों की ओर से एक दूसरे के शहरों पर बमबारी की जा रही है। इस युद्ध में अब तक पांच हजार से ज्यादा सैनिक और आम लोगों की जान जा चुकी है, यहां तक कि तीन बार शांति के लिए समझौता भी हो चुका है, लेकिन लगता है कि युद्ध अब और भी भीषण होने जा रहा है।
अजरबैजान ने रविवार को दावा किया है कि उसने विवादित नागोर्नो कारबाख के दूसरे बड़े शहर शुशा पर कब्जा कर लिया है। अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम आजियेव ने कहा, शुशा के लोगों, अब तुम मुक्त हो। दावा किया गया है कि इस शहर में तुर्की और अजरबैजान का झंडा फहरा दिया गया है। प्रेसीडेंट ने कहा, 28 साल बाद शुशा को आजाद कराया गया। हालांकि अर्मेनिया ने इन दावों का खंडन किया है।
शुशा, जिसे अर्मेनियाई लोग शुशी कहते हैं। दोनों देशों के लिए इस शहर का सांस्कृतिक और रणनीतिक महत्व है। यह सबसे बड़े शहर, स्टेपानाकर्ट से 15 किमी (9 मील) दूर है।
बढ़ेगा युद्ध?
दोनों देशों के बीच तीन बार युद्ध विराम की कोशिश भी नाकाम हो चुकी है। इस बीच विश्व समुदाय में टेंशन बढ़ गई है। अभी तक बातचीत के रास्ते मामले को सुलझाने की कोशिश करने वाला रूस भी खुलकर अर्मेनिया के समर्थन में खड़ा हो गया है।
हाल ही रूस के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि यदि अर्मेनिया के क्षेत्र में हमला होता है तो रूस खुलकर अर्मेनिया के साथ लड़ेगा। रूस ने यह बयान अर्मेनिया की ओर से मदद मांगे जाने के बाद दिया था। अर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशनियन ने हाल ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को लैटर लिखकर तुरंत मदद मांगी थी।
अर्मेनिया के प्रधानमंत्री पशनियन ने दोनों देशों के बीच 1997 की आपसी रक्षा संधि का हवाला देते हुए तुरंत मदद की गुहार लगाई थी। पशनियन ने कहा कि अजरबैजान तुर्की के सहयोग से धीरे धीरे अर्मेनिया की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में उन्हें तुरंत सैन्य और सामरिक सहायता चाहिए।
इधर, तुर्की पूरी तरह से अजरबैजान के साथ है। कहा गया है कि तुर्की की सेना अजरबैजान का खुलकर साथ दे रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि युद्ध में रूस के सीधे उतरने से टेंशन काफी बढ़ सकती है। रूस ने यदि इस लड़ाई में सीधे हिस्सा ले लिया तो हर तरफ तबाही ही तबाही होगी। शक्तिशाली देश रूस दुनिया की टॉप पावरफुल मिलिट्री रखता है। इधर, तुर्की भी पीछे हटने को तैयार नहीं है, ऐसे में यह लड़ाई अब किस मोड़ पर जाएगी, देखना होगा।
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