नई दिल्ली: चीन इस समय अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ विस्तारवादी नीति अपनाए हुए हैं। ऐसे में चीन के जंगी बेड़े को खत्म करने के लिए अमेरिका ने खतरनाक प्लान बनाया है। भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन की कमर तोड़ने के लिए पेंटागन ने अब तक का सबसे महत्वकांक्षी “Future Forward” प्लान बनाया है, जिसका मतलब चीन के खिलाफ मानवरहित जहाज लड़ेंगे।
पेंटागन की इस महीने की शुरुआत में आयी रिपोर्ट के बाद चीन की मजबूत नेवी को काउंटर करने के लिए रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने बुधवार को ऐलान किया। समंदर में “Future Forward” प्लान से भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन पर नकेल कसी जाएगी। अमेरिका अब पानी में चीन की सैन्य घेरेबंदी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए करेगा। पेंटागन चाहता है कि 2045 तक ऐसे जहाज बनाए जाएं जो मानव रहित हों और समुद्रों में गश्त करने में सक्षम हो। वित्त वर्ष 2021 के लिए पेंटागन ने अमेरिकी नौसेना के लिए 207 बिलियन डॉलर का आवंटन किया है, जिसमें 4 बिलियन डॉलर नए युद्धपोतों के निर्माण के लिए आवंटित किया जा सकता है।
पेंटागन ने कहा कि अमेरिका को विशेष रूप से समुद्र में चीनी सेना की अस्थिर गतिविधियों से सामना करना पड़ा। संयुक्त राज्य अमेरिका को किसी भी संघर्ष को रोकने के लिए तैयार होना चाहिए। संयुक्त राज्य अमेरिका ने वर्तमान 293 की तुलना में अगले 10 वर्षों में कुल 355 युद्धपोत प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
यूएस नेवी फ्लीट को 239 जहाजों से बढ़ाकर 355 जहाजों का किया जाएगा। इसमें मानवरहित जहाज़, सबमरीन और मानवरहित वाहक आधारित विमान होंगे। अमेरिका की योजना समंदर में ऐसा जंगी बेड़ा तैयार करने की है, जो उच्च तीव्रता संघर्ष के साथ-साथ लंबी दूरी तक अचूक निशाने लगा सके।
चीन को उसके घर यानी कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में काबू किया जाएगा। इस क्षेत्र को अमेरिका ने युद्ध का अपना “priority theater” बनाया, जहां पावर कम्पटीशन में चीन को पछाड़ा जाएगा।
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