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News24
सऊद मोहम्मद ख़ालिद, नई दिल्लीः अमेरिका के मून मिशन (US Moon Mission) को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक अमेरीका अपनी सनक के चलते अंतरिक्ष में चांद पर एक बहोत बड़ी हलचल को अंजाम देने होने वाला था। कुछ खुफिया दस्तावेजों में सामने आया है कि अमेरिका की योजना चांद पर परमाणु विस्फोट (Nuclear Explosion) करने, और इसके ज़रिए सुरंग बनाने की कोशिश में था।
भले ही आपको ये किसी साइंस-फ़िक्शन मूवी की कहानी लगे, लेकिन अमेरिका इस हक़ीक़त पर सालों से रिसर्च कर रहा था। इस सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक अमेरिका ने अपने इस मिशन पर भारी-भरकम खर्चा किया, लेकिन बड़ा ख़र्च करने के बाद भी अमेरिका को उम्मीद अनुरूप सफलता नहीं मिली. ये चौकाने वाला ख़ुलासा हुआ है AATIP यानी एडवांस्ड एयरोस्पेस थ्रेट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम की रिपोर्ट में।
- ये थी अमेरिका की योजना
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सरकार के एडवांस्ड एयरोस्पेस थ्रेट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम के दस्तावेज़ों से पता चलता है कि अमेरिका चांद पर एडवांस तकनीक का परीक्षण करने की योजना बना रहा था। रिपोर्ट के अनुसार, यूएस एक ऐसी योजना पर काम कर रहा था, जिस पर यकीन कर पाना बेहद मुश्किल है। उसके इस अभियान में विजिबिलिटी क्लॉक्स, एंटीग्रैविटी डिवाइस, ट्रैवर्सेबल वर्महोल्स और परमाणु विस्फोट करके चांद पर सुरंग बनाना शामिल था। हालांकि बाताया जा रहा है कि अब AATIP निष्क्रिय है और फिलहाल इस प्रोग्राम पर काम नहीं हो रहा है।
- ऐसे चला संगठन का पता
1600 पेज वाले दस्तावेज में AATIP की ओर से हो रही रिसर्च को लेकर कई खुलासे हुए हैं। दस्तावेजों से पता चलता है कि AATIP एक गुप्त संगठन था और इसके बारे में जानकारी तब सामने आई जब 2017 में इसके पूर्व निदेशक Luis Elizondo ने पेंटागन से इस्तीफा दे दिया। उस वक्त ये भी दावा किया गया था कि अमेरिका ने इस मून मिशन पर करीब 22 मिलियन डॉलर तक ख़र्च कर दिए थे।
- इसलिए चांद पर विस्फोट करना चाहता था अमेरिका?
जानकारी के मुताबिक मून पर Nuke Explosion की योजना बनाने वाली इस एजेंसी को अमेरिकी रक्षा विभाग तरफ से फंडिंक की जाती थी। इस पूरे मिशन को सुपर सीक्रेट रखा गया और यह UFOs को लेकर कई बार चर्चा के केंद्र में भी रही है। दस्तावेजों के मुताबिक, अमेरिका चांद के कोर में खुदाई करना चाहता था।
इसकी वजह थी स्टील जितनी मजबूत, लेकिन उससे 100,000 गुना हल्की धातु की खोज. जिसका उपयोग अंतरिक्ष यान बनाने के लिए किया जा सकता था। मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों की चांद के कोर तक पहुंचने के लिए थर्मोन्यूक्लियर विस्फोटकों के साथ लूनर क्रस्ट और मेंटल के ज़रिए एक सुरंग बनाने की भी योजना थी।
हालांकि, इस योजना पर पूरी तरह अमल नहीं हो सका, लेकिन बड़ी बात ये है कि अगर अमेरिका अपने इस मिशन में कामयाब हो जाता तो चांद के साथ-साथ पृथ्वी का तबाह होना भी तक़रीबन तय था।
- नई नहीं है चांद पर शोघ
चंद्रमा को लेकर लड़ाई नई नहीं है। कभी चांद तक पहुंचने के लिए दुनिया के ताकवर देश होड़ लगा रहे थे, तो कभी चीन-अमेरिका-रूस जैसे देश नकली चांद बनाकर खुद को ताकतवर साबित करना चाहते हैं। खनिज के लिए भी चांद को लेकर लड़ाई पुरानी है, लेकिन चंद्रमा पर परमाणु धमाके की तैयारी के इस खुलासे ने दुनिया को डरा दिया है। इस बड़े खुलासे के बाद डर है कि चीन जैसे देश दोबारा इस मिशन पर ना जुट जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो दुनिया में भरी तबाही मचनी तय है।
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